रेवाड़ी में पकड़ी गई एक फेक ट्रांसपोर्ट कंपनी से जुड़े गिरोह में राजस्थान-हरियाणा के गैंगस्टर विक्रम, जिन्हें पपला गुर्जर गैंग के नाम से भी जाना जाता है, को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के सदस्यों को इंफामस गुर्गे बलवान उर्फ बल्लू और धर्मबीर के साथ हुई मुठभेड़ में भी शामिल होने का आरोप है।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रेवाड़ी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मिलकर इस गिरोह को पकड़ने के लिए कई रेड्स की हैं। गुडगांव में एसटीएफ की टीमों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद एक वेन्यू कार को बरामद किया गया, जिसे इस गिरोह के मास्टरमाइंड अरूण ने बेचा था। इसके बाद से ही पुलिस की नजरें इस गिरोह पर टिकी हुई थीं। पुलिस के अनुसार गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीमें रेवाड़ी में बार-बार रेड कर चुकी हैं। इसके बावजूद गिरोह के सदस्यों को बचाने में कामयाब रहे हैं। एसटीएफ ने रेवाड़ी के अंतर्गत कई गाड़ियों की भी ट्रेसिंग की है, जिनमें होंडा सिटी, क्रेटा, टियागो, और वैगनआर शामिल हैं।
रेवाड़ी पुलिस ने गिरोह के सदस्यों से गिरफ्तार करने के बाद क्रेटा, वैगनआर, टियागो, और होंडा सिटी कार बरामद की हैं। इसके अलावा दूसरे जिलों की पुलिस ने भी कई कारें कब्जे में ली हैं। पुलिस अभी भी इस गिरोह के अपराधियों तक की पहुंच की जांच कर रही है। रेवाड़ी पुलिस के अधिकारी ने बताया कि इस गिरोह का सीधा संपर्क गुरुग्राम के अलावा भी कई बदमाशों से है, जिनमें पपला गुर्जर गैंग के बाहर के अन्य बदमाश शामिल हैं। रेवाड़ी पुलिस ने इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड अरूण द्वारा रेवाड़ी में करीब 10 से ज्यादा लग्जरी कारें बेची गई हैं। जिनमें से 7 कारें पहले ही ट्रेस हो चुकी हैं और कुछ महंगी बाइकें भी शामिल हैं।