हरियाणा के रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बा स्थित गांव लिलोढ़ में ग्रामीणों ने झाड़ली थर्मल पावर प्लांट की तरफ जाने वाले रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। बड़ी संख्या में ग्रामीण ट्रैक पर जुटे हुए हैं और उनकी मुख्य मांग है कि उनके खेतों को बर्बाद हुए मुआवजा मिले और गंदे पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो।
झज्जर जिले के गांव झाड़ली में स्थित थर्मल प्लांट के कारण उत्पन्न समस्याएं बढ़ रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट के कारण गौरिया और लिलोढ़ के आसपास की जमीन बर्बाद हो रही है और उनकी फसलें भी हो रहीं हैं। उनका आरोप है कि प्लांट से निकलने वाले केमिकल वाले पानी के कारण जमीन बंजर हो रही है और इससे उनकी फसलों का प्रभाव हो रहा है।ग्रामीणों ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर वे पहले भी रेवाड़ी और झज्जर जिले के अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ है। वे अपने मुआवजे की मांग कर रहे हैं और गंदे पानी की समस्या का स्थाई समाधान चाह रहे हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीएम, बातचीत का प्रयास
ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर धरना देने का निर्णय लिया और वे बड़े संख्या में ट्रैक पर जुट गए हैं। इसके बाद कोसली के एसडीएम जयप्रकाश ने पुलिस बल के साथ मौके पहुंचा और ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों के न मानने पर एसडीएम जयप्रकाश खुद मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत करने का प्रयास किया। इस मुद्दे को लेकर वह उनकी समस्याओं को सुनने के लिए मौके पर थे।
सरकार करे समस्याओं का समाधान
विधायक लक्ष्मण सिंह और विधायक गीता भुक्कल ने भी इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। ग्रामीण चाहते हैं कि सरकार उनकी समस्याओं का ठीक से समाधान करें और उन्हें मुआवजा दें। मामले ने स्थानीय लोगों को आत्मसमर्पण और सामूहिक आंदोलन का सामना करना पड़ा है, जिसमें महिलाएं भी सक्रिय रूप से शामिल हो रही हैं। ग्रामीणों की मुख्य मांग है कि उनकी सुनवाई हो और उन्हें इस समस्या का ठीक से समाधान मिले।