रेवाड़ी के गांव स्वराज माजरा में राजकीय माध्यमिक स्कूल में पढ़ने वाली बाहरवीं कक्षा की छात्रा ने स्कूल के कमरे में पंखे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों का आरोप है कि इतिहास का अध्यापक लड़की पर काफी दिनों से सब्जेक्ट बदलने का दबाव डाल रहा था। लेकिन मृतक छात्रा इतिहास पढ़ना ही नहीं चाहती थी और आज इसी असमंजस की स्थित में छात्रा ने मौत को गले लगा लिया।
सुसाइड नोट में टीचर पर लगाया आरोप
छात्रा की नोटबुक में सुसाइड नोट मिला है। छात्रा ने नोट में लिखा- मेरे मरने का कारण सुनील सर हैं। पुलिस ने स्कूल में रखी अलमारी से नोटबुक बरामद की।
छोटी बहन ने अपनी बहन को फंदे से उतारा
आत्महत्या के वक्त जब मृतका के जोर से चिल्लाने की आवाज आई तो उसी स्कूल में पढ़ने वाली मृतका की छोटी बहन और अन्य बच्चों ने उसे फंदे से नीचे उतारा। जिसे अस्पताल पहुँचाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा ओर अब वह आरोपी अध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कर रही है जबकि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
क्या है सारा मामला
मृतका की छोटी बहन की माने जो उसी स्कूल में पढ़ती है ने बताया कि उसकी बहन इतिहास नहीं पढ़ना चाहती थी। लेकिन दबाव के चलते आज बहुत गुस्से में थी और वह प्रिंसिपल रूम में भी गई। लेकिन बात नहीं बनी तो वह बाहर आ गई। पानी पिया फिर वह चली गई।
लेकिन थोड़ी देर बाद क्लास रूम से काफी शोर आने लगा, तो यह भी वहां चली गई। वहां टीचर ने ही बताया कि तुम्हारी बहन तो झूल रही है। अंदर देखा तो वह पंखे से लटक रही थी। इतिहास के अध्यापक व प्रिंसिपल इसे अस्पताल ले गए जिसे वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।