रेवाड़ी में पतंग की डोर बनी युवक की मौत का कारण, होस्टल में आरती हेतु जा रहा था प्रवीण

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शहर में तीज के त्योहार पर युवाओं द्वारा उड़ाई जाने वाली पतंग की डोर एक युवक के जीवन का उस समय काल बन गई, जब वह होस्टल में आरती में शामिल होने के लिए मंदिर जा रहा था। इसी दौरान पतंग की डोर युवक की स्कूटी में उलझ गई और वो स्कूटी सहित सड़क पर गिर गया।

इस दौरान युवक का सिर डिवाईडर से टकरा गया और उसके सिर में गहरी चोट आई। जिसके चलते उसे पहले ट्रॉमा सेंटर और फिर जयपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां युवक ने सोमवार की देर शाम इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी शहर से सटे गांव गोकलगढ़ के पास रहने वाला 22 वर्षीय प्रवीण नागरिक अस्पताल में कार्यरत था। रविवार की शाम स्कूटी पर सवार होकर शहर के संत रविदास होस्टल में रोजाना होने वाली आरती में शामिल होने के लिए आ रहा था। जैसे ही प्रवीण झज्जर रोड स्थित ओवरब्रिज के पास पहुंचा, तो वह एक कटी हुई पतंग की डोर में उलझ गया। जिससे संभलने के प्रयास में प्रवीण रोड पर गिर गया और उसका सिर डिवाईडर से जा टकराया।

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ट्रॉमा सेंटर से किया रेफर

बताया जा रहा है कि उसका सिर डिवाइडर से टकरा गया। सिर में गंभीर चोट होने के कारण पहले उसे ट्रॉमा सेंटर लाया गया, जहां से उसे रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उसे एक निजी अस्पताल में लेकर गए, मगर यहां भी उसकी हालत गंभीर बनी रही।

इलाज के दौरान तोड़ा दम

इसके चलते परिजन उसे जयपुर स्थित एक अस्पताल में ले गए, वहां इलाज के दौरान सोमवार की देर शाम प्रवीण ने दम तोड़ दिया। प्रवीण के पड़ोसियों ने बताया कि उसके पिता की कुछ साल पहले मृत्यु हो चुकी है। घर में अब मां और छोटा भाई है।