Rewari में तेजी से बढ़ता जा रहा डेंगू का प्रकोप, अब तक मिल चुके 121 पॉजिटिव

रेवाड़ी

रेवाड़ी : जिले में डेंगू का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से रोक लगाने के लिए भरसक प्रयास किया जा रहे है, लेकिन उसके बावजूद भी डेंगू के पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है।

जिले में मरीजों की संख्या 100 पार पहुंच चुकी है। जिनमें 10 से ज्यादा ऐसे मरीज हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कई मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। डेंगू के अधिकतर केस शहरी एरिया में मिल रहे है। जिसका कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस बार फॉगिंग देरी से शुरू करना भी हो सकता है। वहीं दूसरी तरफ डेंगू के साथ-साथ मलेरिया का भी खतरा बना हुआ है, अभी तक मलेरिया के 5 केस मिल चुके हैं।

डेंगू से बचने के उपाय

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– घर के आसपास या घर के अंदर भी पानी न जमा होने दें।

– कूलर में अगर पानी है, तो इसमें कैरोसिन तेल डालकर रखें, इससे मच्छर पनपने की संभावना कम हो जाती है।

– पानी की टंकियों को खुला न छोड़े, अच्छी तरह ढककर रखें।

– इन दिनों फुल स्लीव और पैरों को ज्यादा से ज्यादा ढकने वाले कपड़े पहनें।

इन चीजों का करें सेवन

पालक, कद्दू, गाजर, लेट्यूस, बंदगोभी, ब्रोकोली, और चुकंदर प्लेटेलेट बढ़ाते हैं और डेंगू के दौरान तेजी से स्वस्थ होने में मदद करते हैं। पालक में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जिनमें विटामिन सी, विटामिन ई, और बीटा-कैरोटीन शामिल हैं। इसलिए इन दिनों में इन चीजों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए।

ये खाद्य पदार्थ रोकते है डेंगू को

यह रक्त के थक्के जमने में भी मदद करता है, जो डेंगू बुखार के खिलाफ सहायक है, इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाना जो विटामिन (के) का प्राकृतिक स्रोत हैं, जैसे अंकुरित अनाज, ब्रोकोली और हरी पत्तेदार सब्जियां, डेंगू के दौरान खाने वाले खाद्य पदार्थों की अपनी सूची में शामिल करने में सहायक हो सकते हैं।

हॉट स्पॉट बनकर उभरा शहर

स्वास्थ्य विभाग की मानी जाए तो जुलाई से अब तक स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के रेवाड़ी में 1893 सैंपल लिए हैं। सैंपलिंग बढ़ाने के साथ ही फॉगिंग के काम में भी तेजी लाई गई है। लोगों में प्लेटलेट्स की कमी न हो, इसके लिए ब्लड बैंक में भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा घर में रखे कूलर, गमलों में भरे पानी में लारवा मिलने पर 3650 लोगों को नोटिस भी दिए गए हैं। रेवाड़ी में अभी तक 121 डेंगू के केस मिल चुके हैं। जिनमें आधे से ज्यादा 65 केस अकेले रेवाड़ी शहर में मिले हैं, यानि इस बार भी शहर हॉट स्पॉट बनकर उभरा है। राहत की बात यह है कि जितनी तेजी से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, उतनी तेजी से ठीक भी हो रहे हैं।

समय रहते शुरू नहीं हुई फॉगिंग
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जहां पर डेंगू के केस मिले हैं, वहीं पर फॉगिंग कराई जा रही है। जहां लारवा मिलता है, वहां संबंधित लोगों को नोटिस दिया जाता है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार डेंगू को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डेंगू के साथ-साथ मलेरिया के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां और इंतजाम बढ़ा दिए हैं। हर साल बारिश का सीजन खत्म होते ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फॉगिंग कराई जाती है, लेकिन इस बार फॉगिंग का काम काफी देर से हुआ। जिसके कारण डेंगू के एडीज मच्छर का प्रकोप ज्यादा फैल गया। अभी तक डेंगू की वजह से रेवाड़ी में किसी की जान नहीं गई है। वहीं जोहड़ और तालाब में गम्बूजिया मछली और तेल डाला गया है।

सभी तरह का बुखार डेंगू नहीं : डिप्टी सीएमओ

रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ डॉ. दीपक वर्मा ने कहा कि सभी तरह का बुखार डेंगू नहीं होता, जांच के बाद चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही अपना इलाज कराएं। डेंगू होने की स्थिति में सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। ऐसे व्यक्ति में डेंगू का खतरा ज्यादा होता है, जिसे पहले डेंगू हो चुका है, उसे सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।