रेवाड़ी में फोटोग्राफर मोहन लाल की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी दामाद को गिरफ्तार किया है। आरोपी रामजस ने शूटर के माध्यम से यह हमला किया था। वह सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का जवान है। उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
मोहनलाल ने फोटो स्टूडियो खोला था और 7 नवंबर को उसे एक कॉल करके फोटो खिचवाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसके बाद उसकी लाश गांव कालूवास के फ्लाईओवर के नीचे मिली थी, जिस पर दो गोलियां लगी थीं। इस हत्या के पीछे रामजस का हाथ था, जिसने अपने ससुर को मारने के लिए शूटर को रुपए दिए थे। उसकी बेटी और पति के बीच विवाद की वजह से यह हमला हुआ था। पुलिस ने दीपक यादव को भी गिरफ्तार किया था, जोने हत्या का इंजाम दिलाने में मदद की थी। और एक और व्यक्ति भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने फर्जी सिम दिलवाई थी। आरोपी रामजस को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
बेटी और पति के बीच था विवाद
शूटर दीपक यादव को पहले ही पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया था और उसने बताया कि उसने मोहनलाल को दो गोलियां मारी थीं। यह जांच में सामने आया कि मोहनलाल के बेटी और पति के बीच विवाद था और उसे दामाद रामजस ने 3 लाख रुपए का लालच देकर हत्या करने के लिए भेजा था।
फर्जी सिम का उपयोग कर बुलाया फोटो खिंचवाने
रामजस ने घटना को अंजाम देने के लिए शूटर दीपक को तैयार किया और फर्जी सिम का उपयोग करके मोहनलाल को फोटो खिंचवाने के लिए बुलाया। उसके बाद उसने मोहनलाल को गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने अब फर्जी सिम मुहैया कराने वाले अखिल खान को भी गिरफ्तार किया है। रामजस को गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।