भारतीय ग्रामीण डाक सेवक ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है डाक सेवकों का आरोप है कि सरकार उनकी वर्षों से लंबित पड़ी मांगों को पूरा नहीं कर रही। इसीलिए उन्होंने आज से अनिश्चितकाल हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीण डाक सेवकों की मांग है कि उन्हें हेल्थ सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। ग्रामीण डाक सेवकों का ड्यूटी समय निर्धारित किया जाए। सिविल सर्विसेज का दर्जा दिया जाए।
सर्विस के 12 वर्ष व 24 वर्ष होने पर उन्हें इंक्रीमेंट दिया जाए व 180 दिन की साल में छुट्टी दी जाए, ग्रामीण डाक सेवकों की पेंशन लागू की जाए आदि मांगो को लेकर अनिश्चितकाल हड़ताल की है। अगर सरकार जल्द समाधान नहीं करती तो एक बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

सरकार पर लगाए वादाखिलाफी के आरोप
ग्रामीण डाक सेवक संघ के राष्ट्रीय सचिव वेद वर्त ने सरकार पर आरोप लगाया की सरकार उनके साथ वादा खिलाफी कर रही है। 2014 में उन्होंने सरकार के साथ लंबित पड़ी मांगो पर सहमति बनी थी लेकिन सरकार ने उनकी एक भी मांग पूरी नही की इस लिए पूरे देश के ग्रामीण डाक सेवक सरकार से नाराज होकर आज से अनिश्चित काल हड़ताल पर चले गए हैं।

ये है डाक सेवकों की मांग
उन्होंने कहा कि ग्रामीण डाक सेवक से सरकार 8 से 10 घंटे काम लेती है इसलिए ग्रामीण डाक सेवक की ड्यूटी समय अवधि 8 घंटे से कम किया जाए। उन्हें हेल्थ सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, पूरे साल में 180 दिन की छुट्टी भी दी जाए, नौकरी के 12 से 24 साल होने पर उन्हें प्रमोशन दी जाए और पेंशन बहाली की जाए अगर सरकार उनकी इन लंबित पड़ी मांगों पर कोई ध्यान नहीं देती तो वह इसी तरह अनिश्चितकाल हड़ताल पर रहेंगे ।