रोहतक के बाबा मस्तनाथ सैनिक स्कूल के महंत बालकनाथ ने हाल ही में राजस्थान के सीएम बनने की चर्चाओं के दौरान मस्तनाथ मठ में एक आपत्तिजनक माहौल में अपनी दिशा को बदलते हुए दिखाया। उन्होंने मस्तनाथ मठ में रहे सैनिक स्कूल के छात्रों के साथ वॉलीबॉल खेला और उनसे बातचीत की। इस दौरान उन्होंने छात्रों से यह सुनने का प्रयास किया कि क्या उन्हें अच्छी शिक्षा और सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं।
महंत बालकनाथ को राजस्थान के सीएम बनने के लिए बड़ा दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव जीतकर सांसदीय पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे व्यक्ति को राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इस मुलाकात के दौरान, महंत बालकनाथ ने सैनिक स्कूल के छात्रों से यह भी पूछा कि क्या उन्हें किसी तरह की दिक्कतें महसूस हो रही हैं, चाहे वह पढ़ाई से जुड़ी हों या फिर वेलफेयर सुविधाओं से। इससे छात्रों को आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका मिला और उन्होंने अपनी आवश्यकताओं को साझा करने का साहस दिखाया।

मठ व्यवस्थाओं सहित सजावट कार्यों का लिया जायजा
महंत बालकनाथ ने मस्तनाथ मठ में माथा टेका और गुरुओं की समाधियों का दर्शन किया। इसके बाद, उन्होंने मठ की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया और सजावट के कार्यों का स्थिति जानी। मस्तनाथ मठ में पहुंचकर उन्होंने सैनिक स्कूल के छात्रों के साथ समय बिताने का निर्णय लिया और वॉलीबॉल खेलकर उनका मनोबल बढ़ाया। बच्चों के साथ हुए खेल में उन्होंने स्वयं भी भाग लिया और बच्चों की उत्साहित भागीदारी ने महंत को बहुत अच्छा अनुभव प्रदान किया।

छात्रों के लिए हमेशा उपलब्ध
इस मुलाकात के माध्यम से वह सिर्फ छात्रों के साथ एक खास जुड़ाव नहीं बना रहे हैं, बल्कि उन्होंने समझाया कि वह छात्रों के लिए हमेशा उपलब्ध हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए उनका समर्थन हमेशा बना रहेगा। महंत बालकनाथ का यह आदर्श दिखाता है कि राजनीति में होने के बावजूद वे अपने समर्थन और दिल से किए गए वादों पर अपनी प्राथमिकता बनाए रख रहे हैं।