हरियाणा के रोहतक में सीएम फ्लाइंग और सीआईडी ने मिलकर आरटीए विभाग के कार्यालय में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान टीम ने विभाग के असिस्टेंट सेक्रेटरी जगबीर सिंह को गाड़ियां पास करने की एवज में एजेंट से रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जिसके पास से 2 लाख 89 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। फिलहाल अधिकारी को कार्रवाई के लिए शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस के हवाले कर दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
सीएम फ्लाइंग के डीएसपी संदीप गुलिया ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि आरटीए विभाग में रिश्वत का खेल चल रहा है। जिस पर सीआईडी और सीएम फ्लाइंग की एक संयुक्त टीम बनाई गई। उपायुक्त के माध्यम से नायब तहसीलदार बंसीलाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करके टीम में शामिल किया। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में आरटीए विभाग के अस्सिटेंट सेक्रेटरी की गाड़ी पर छापा मारा गया। जहां अस्सिटेंट सेक्रेटरी आरटीए कार्यालय की पार्किंग में खड़ी गाड़ी में ड्राइवर सीट पर बैठा था। इस दौरान जगबीर सिंह के पास से उन्हें 2 लाख 89 हजार रुपये बरामद हुए हैं। जब उससे पूछताछ की गई तो वह इसके बारे में कुछ स्पष्ट नहीं बता सका। जांच में यह भी पता चला है कि जगबीर सिंह गाड़ी पास करवाने के नाम पर एजेंटों के माध्यम से रिश्वत का पैसा लेता था और बरामद किया गया पैसा भी इस रिश्वत से संबंधित है।
रिश्वत के इस खेल में और कौन-कौन, चल रही जांच
सीएम फ्लाइंग के डीएसपी संदीप गुलिया का कहना है कि फिलहाल जगबीर सिंह को शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस को सौंप दिया गया है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। टीम मामले की जांच कर रही है। जांच के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि रिश्वत के इस खेल में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। उन एजेंटों की भी तलाश की जा रही है, जिनके माध्यम से यह रिश्वत का पैसा लिया जा रहा है।
शुक्रवार को हो जाता था रिश्वत के पैसों का बंटवारा
सीएम फ्लाइंग और सीआईडी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि रोहतक के आरटीए कार्यालय में असिस्टेंट सेक्रेटरी जगबीर सिंह व एमवीआई अशोक कुमार मिलकर गाड़ियों को पास करवाने के लिए रोजाना रिश्वत लेकर पासिंग करते हैं। शुक्रवार शाम को सप्ताह भर जमा किए गए रिश्वत के पैसों का हिस्सा कर लिया जाता था। अवैध वसूली से इकट्ठे किए रुपयों को आपस में बांटने के बाद जगबीर अपना हिस्सा 2 लाख 89 हजार 500 रुपये लेकर अपने घर पंचकूला जाने के लिए गाड़ी में बैठा ही था। इस दौरान टीम को उसे मौके पर धरदबोचा। वहीं एमवीआई अशोक कुमार अपना हिस्सा लेकर कार्यालय से पहले ही निकल चुका था।