31 साल पहले बनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग को सरकार ने 5 साल पहले कंडम घोषित करने के बावजूद भी 4 डॉक्टरों समेत 22 स्वास्थ्य कर्मियों का स्टाफ डर के साए में काम कर रहा है। रोहतक जिले के समर गोपालपुर गांव में स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 54 हजार की आबादी और 10 उप स्वास्थ्य केंद्र आते हैं, यही नहीं बिल्डिंग कंडम होने के चलते स्वास्थ्य केंद्र में प्रसूति और ऑपरेशन थिएटर विभाग को पंचायत भवन में चलाया जाएगा और अब लोगों का ऑपरेशन किया।
स्वास्थ्य केंद्र में नहीं, बल्कि पंचायत भवन में किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही को देखकर स्वास्थ्य अधिकारी भी बचते नजर आ रहे हैं। हालांकि जिला स्वास्थ्य अधिकारी अनिल बिरला इस बिल्डिंग के बारे में प्रपोजल भेजने की बात कही है। रोहतक जिले के समर गोपालपुर गांव में पीएचसी सेंटर यानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग 5 साल पहले सरकार ने कंडम घोषित कर दी थी। इसके बावजूद भी डॉक्टर समेत 22 लोगों का स्टाफ डर के साए में कम कर रहा है। 31 वर्ष यानी 1992 में कांग्रेस सरकार के समय में बनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग को 2018 में सरकार ने कंडम घोषित किया था।
54 हजार की आबादी, 10 उप-स्वास्थ्य केंद्र
स्वास्थ्य केंद्र में 54 हजार की आबादी और 10 उप स्वास्थ्य केंद्र काम करते हैं। जिसमें चार डॉक्टर 4 स्टाफ नर्स समेत 22 कर्मचारियों का स्टाफ है। बिल्डिंग इतनी कमजोर है, जो कभी भी गिर सकती है, इसलिए डॉक्टर ज्यादातर समय बिल्डिंग के बाहर रहकर ही काम करते हैं, ताकि कोई हादसा न हो। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग की हालत ऐसी हो गई है कि प्रसूति विभाग और ऑपरेशन थिएटर में होने वाले लोगों के ऑपरेशन को अब विभाग पंचायत भवन में शिफ्ट करने वाला है। जहां पर प्रसूति के दौरान महिलाओं के ऑपरेशन किए जाएंगे, जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ सीधा-सीधा खिलवाड़ है और उनकी जान को सीधे-सीधे खतरा है।
प्रपोजल बनाकर भेजा, पंचायत भवन में होगी बिल्डिंग शिफ्ट
जिला स्वास्थ्य अधिकारी अनिल विरला ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बिल्डिंग को कंडम घोषित कर दिया गया था। जिसका एक प्रपोजल बनाकर उच्च अधिकारियों के पास भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि अस्थाई तौर पर बिल्डिंग को समर गोपालपुर गांव में ही पंचायत भवन में शिफ्ट किया जाएगा, ताकि लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित काम चलता रहे।
घटित हो सकता है बड़ा हादसा
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की दिक्कत लोगों को नहीं आने दी जाएगी। हालांकि उन्होंने माना बिल्डिंग पूरी तरह से कंडम हो चुकी है। गौरतलब है कि तस्वीरों में स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग बिल्कुल जर्जर हो चुकी है और कभी भी गिर सकती है। जिससे बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अगर यहां कोई बड़ा हादसा होता है, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी यह बड़ा सवाल है।