आज Rohtak के गांव बालंद में आयोजित सर्वखाप पंचायत में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। पंचायत ने फैसला किया कि कोई भी व्यक्ति खाप का नाम लेकर स्वयं को प्रधान घोषित नहीं कर सकता और न ही वह कोई फरमान जारी कर सकता है। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ खाप कार्रवाई करेगी।
खाप पंचायत द्वारा लिए गए अहम निर्णय:
- स्वयंभू प्रधानों पर रोक: पंचायत में नांगलोई जाट सभा के प्रधान दयानंद देशवाल ने बताया कि कुछ लोग बिना किसी पंचायत के खुद को प्रधान बना लेते हैं और फरमान जारी करते हैं। ऐसे लोगों पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। अब ऐसे लोगों को किसी खाप में रजिस्टर नहीं किया जाएगा। पंचायत के लिए कोर कमेटी की अनुमति अनिवार्य होगी।
- लिव इन रिलेशनशिप पर रोक: सर्वजातीय कादयान खाप के प्रधान राजपाल सिंह ने बताया कि पंचायत में लिव इन रिलेशनशिप, नशाखोरी, और हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन की मांग को लेकर चर्चा की गई। सरकार से इन मुद्दों पर रोक लगाने की अपील की जाएगी।
- 12 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन: पंचायत ने एक 12 सदस्यीय कोर कमेटी बनाई है, जो किसी भी बड़ी पंचायत को बुलाने से पहले अपने निर्णय का अनुमोदन देगी। अगर कोई स्थानीय मुद्दा होगा, तो गांव स्तर पर पंचायत की जा सकती है, लेकिन बड़ी पंचायत को कमेटी से मंजूरी लेनी होगी।
- सभी खापों का सहयोग: खाप प्रधान श्रीपाल ने कहा कि खाप और सरकार को मिलकर काम करना होगा। अगर कोई खाप प्रधान काम करता है, तो सरकार दूसरे को खड़ा कर देती है। अब निर्णय लिया गया है कि बिना पंचायत के कोई खाप प्रधान नहीं बनेगा।
पंचायत में शामिल हुए नेता और प्रधान:
इस पंचायत में रोहतक, झज्जर, और सोनीपत के खाप प्रधान, जिला पार्षद, और 11 गांवों के सरपंच शामिल हुए। सभी ने सामूहिक रूप से यह फैसला लिया कि स्वयंभू प्रधानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि खापों का नाम खराब न हो।
कोर कमेटी के सदस्य:
कोर कमेटी में रोहतक से संजय देशवाल, जगवंत हुड्डा, सुभाष गोयत और जयवीर कुंडू, झज्जर से राजपाल कादयान, कैप्टन मानसिंह दलाल, विनोद गुलिया और डॉ. ओमप्रकाश धनखड़, सोनीपत से कुलदीप मलिक, राजेंद्र खत्री, रणधीर सरोहा और जयपाल दहिया को शामिल किया गया है।