जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ Rohtak के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) की अगुआई में आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
छात्रों ने ‘भारत माता की जय’, ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ और ‘शहीदों को श्रद्धांजलि’ जैसे नारे लगाते हुए राष्ट्रीय एकता और शांति का संदेश दिया।
SFI का बयान: सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
एसएफआई के जिला सचिव अमित पिलाना ने कहा:
“यह समय पीड़ितों के साथ खड़े होने का है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। यह सिर्फ मानवता का दुश्मन है। पहलगाम हमला देश की खुफिया और सुरक्षा तंत्र की विफलता को उजागर करता है। सरकार का यह दावा गलत साबित हुआ है कि आतंकवाद देश से खत्म हो गया है।”
कैंडल मार्च के मुख्य बिंदु
- स्थान: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU), महम, रोहतक
- आयोजक: स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI)
- उद्देश्य:
- आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
- शहीदों को श्रद्धांजलि
- पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना
- सरकार से राहत और मुआवजे की मांग
पाक समर्थित आतंकी संगठनों पर निशाना
पिलाना ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘The Resistance Front (TRF)’ का उल्लेख करते हुए कहा:
“टीआरएफ जैसे संगठन आज भी जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं। ये भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बने हुए हैं। सरकार को इस दिशा में ठोस और निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।”
छात्रों की मांग
- पीड़ित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए
- जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए
- आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
- शहीद हुए लोगों के परिवारों को सरकारी नौकरी व पेंशन सुविधा
तस्वीरों में…
- छात्र हाथों में मोमबत्तियां लिए हुए “शांति और एकता” का संदेश देते दिखाई दिए
- पोस्टर-बैनरों पर “We Stand With Martyrs” जैसे संदेश लिखे हुए थे
❝ यह प्रदर्शन केवल विरोध नहीं था, यह एक संदेश था— कि युवा पीढ़ी आतंकवाद के खिलाफ खड़ी है और मानवता के साथ है। ❞