रोहतक में एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें Panipat के समालखा के पूर्व विधायक के पुत्र, उनके दोस्त, एक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों के खिलाफ थाना पीजीआईएमएस में केस दर्ज किया गया है। यह मामला उस समय का है जब आरोपी सिकंदर, जो गुरुग्राम की भोंडसी जेल से इलाज के लिए रोहतक पीजीआईएमएस में भर्ती हुआ था, बिना अनुमति के अपने दोस्त के साथ बाहर घूमने चला गया था।
आरोपी सिकंदर को इलाज के लिए पीजीआईएमएस लाया गया था, जहां वह गार्ड की सुरक्षा में रखा गया था। लेकिन 1 अक्टूबर को सिकंदर के दोस्त राहुल को गार्ड में तैनात उप निरीक्षक उम्मेद और सिपाही नवीन और ईश्वर ने बिना अनुमति मिलने दिया। इसके बाद, सिकंदर को राहुल के साथ बिना किसी रोक-टोक के निजी कार से बाहर ले जाने की अनुमति भी दी गई।
डॉक्टर की रिपोर्ट पर शुरू हुई कार्रवाई
जब डॉक्टर ने सिकंदर का इलाज करने के लिए पहुंचकर उसे नहीं पाया, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी और इसकी जानकारी गुरुग्राम पुलिस को भेजी। इसके बाद ही मामले में जांच शुरू हुई और कार्रवाई की गई।
पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया
इस मामले में दोषी पाए गए उप निरीक्षक उम्मेद और सिपाही नवीन को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, सिपाही ईश्वर के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू की गई है। पुलिस ने बीएनएस की धारा-262के तहत पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
विभागीय जांच जारी
तीनों पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने के बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। गुरुग्राम के एस्कार्ट गार्ड प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया।