Ganaur में देवा सोशल वेलफेयर सोसायटी, गन्नौर द्वारा शहर की नई अनाज मंडी में आज 21 दिसंबर को आयोजित होने वाला छठा युवा समारोह स्थगित कर दिया गया है। हर साल की भांति इस वर्ष भी इस समारोह में 10वीं और 12वीं कक्षा के 100 मेधावियों को सम्मानित किया जाना था।
देवा सोसायटी के संस्थापक और विधायक देवेंद्र कादियान ने कहा कि शुक्रवार को इनेलो सुप्रीमो और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का निधन अत्यंत दुखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की है। प्रदेश और हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है। कादियान ने बताया कि शहर की अनाज मंडी में शनिवार को होने वाले छठे युवा सम्मान समारोह की नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी।
ओमप्रकाश चौटाला के बारे में पढ़िए-
इनेलो सुप्रीमो और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन पर हरियाणा सरकार ने 20 से 22 दिसंबर तक तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनका अंतिम संस्कार 21 दिसंबर को सिरसा में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का सीकर से भी गहरा संबंध था। उनके पिता, चौधरी देवीलाल, ने 1989 में सीकर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, जिसमें ओमप्रकाश चौटाला ने सक्रिय रूप से प्रचार किया था।
चौधरी ओमप्रकाश चौटाला एक भारतीय राजनेता और इनेलो (Indian National Lok Dal) के सुप्रीमो थे। वह हरियाणा राज्य के एक प्रमुख राजनेता थे और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी:
- राजनीतिक कैरियर: चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने भारतीय राजनीति में लंबे समय तक योगदान दिया है। उन्होंने 1989 से 1991 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और फिर 1999 से 2005 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। इनेलो पार्टी की स्थापना उन्होंने ही की थी।
- राजनीतिक प्रभाव: चौटाला की राजनीति मुख्य रूप से हरियाणा के जाट समुदाय और किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए केंद्रित रही है। उन्होंने हरियाणा के विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मुद्दों को प्रमुखता से उठाया और किसानों के हितों के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए।
- धरोहर: उनके राजनीतिक कृतित्व को हमेशा उनकी सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता और किसानों के लिए किए गए कार्यों के लिए याद किया जाएगा। उनकी राजनीति में मुख्य फोकस ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और शिक्षा के मुद्दों पर रहा है।