Rohtak के खरावड़ गांव में ग्रामीणों ने बिजली पावर हाउस पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव जगमग योजना के तहत होते हुए भी 14 से 15 घंटे बिजली के कट लग रहे हैं। बिजली घर में कर्मचारी तो AC में सोते हैं, जबकि गांव में बच्चों का बुरा हाल है। यही नहीं औद्योगिक क्षेत्र को पूरी बिजली दी जा रही है, लेकिन गांव में तुरंत कट मार दिया जाता है। इस वजह से उन्होंने यह ताला लगाया है और जब तक लिखित तौर पर गांव को 24 घंटे बिजली देने की बात नहीं कही जाएगी तब तक यह ताला लगा रहेगा।
सरपंच प्रतिनिधि दीपक ने बताया कि उन्होंने सरकार के कहने पर हर घर के बाहर मीटर लगवा दिए थे और इसके बाद जगमग योजना के तहत उन्हें 24 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन हालात इस तरह से बदतर हो चुके हैं कि 14-15 घंटे बिजली के कट लगते हैं। जिसकी वजह से बच्चे बिलखने को मजबूर हो जाते हैं और ग्रामीणों के दिनचर्या का काम पूरा नहीं हो पाता। इस वजह से ही उन्होंने तालाबंदी की है। अगर मांग नहीं मानी गई तो बिजली घर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा। वहीं ग्रामीण प्रेम का कहना है कि हमारा सारा गांव बिजली का बिल भरता है, लेकिन फिर भी गांव में बिजली के बुरे हालात है। इसके पीछे का क्या कारण है वह तो बिजली विभाग ही बता सकता है। अब चुनाव का समय है, ऐसे में चुनाव में भी इस चीज का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।