कांग्रेस के पूर्व मंत्री आनंद सिंह डांगी ने बीजेपी वालों को बताया फिरंगी

राजनीति रोहतक

रोहतक कांग्रेस भवन में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में हरियाणा के पूर्व कांग्रेसी मंत्री आनद सिंह डांगी ने बीजेपी के लोगों को फिरंगी कह दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग अम्रृत महोत्सव की बात करते हैं, उन्होंने अम्रृत शब्द को ही बिगाड़ दिया। अम्रृत नाम का कोई डिक्शनरी में शब्द नहीं है, यह अमृत है।

पता नहीं यह लोग कहां से आ गए, मैं तो इनको फिरंगी कहूंगा। इनको देश की संस्कृति का ही नहीं पता यह तो देश के ऊपर थोपने का काम करते हैं।

रणदीप सुरजेवाला के सवाल पर घबराए दीपेंद्र सिंह हुड्डा

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वहीं दूसरी तरफ पत्रकारों से बातचीत करते हुए रणदीप सुरजेवाला के सवाल पर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा घबरा गए। उन्होंने हाथों का इशारा करते हुए पत्रकारों को सवाल न पूछने पर जोर दिया और उठकर चल दिए। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रोहतक कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में आज शहर के मुख्य मार्गों पर प्रभातफेरी निकाली। इसके पश्चात रोहतक स्थित कांग्रेस भवन में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

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आज उन्हीं की बदौलत पूरा देश स्वतंत्र

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश व देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य स्वर्णिम हो यह स्वतंत्रत दिवस देश की प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित हो और पूरे विश्व में देश चमकते सितारे की तरह आगे बढ़ता हुआ विकसित देशों में शामिल हो। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज उन्हीं की बदौलत पूरा देश स्वतंत्र है और खुली हवा में सांस ले रहा है।

अंग्रेजों के राज में तिरंगा फहराना माना जाता था गुनाह

उन्होंने कहा कि रोहतक में प्रभात फेरी उस समय से निकाली जा रही है, जब अंग्रेजों के राज में तिरंगा फहराना गुनाह माना जाता था। उन्होंने कहा देशभक्ति में और तिरंगे की भावना में कोई फर्क नहीं होना चाहिए तिरंगा और देशभक्ति सबके लिए समान है। यह हो सकता है कि किसी दल ने आजादी के 70 साल बाद तिरंगा यात्रा निकाली हो और किसी दल ने तिरंगा यात्रा आजादी से पहले निकालो, जो लोग इसमें राजनीतिक दृष्टि से बात करते हैं, उन्हें वह कहना चाहेंगे कि उनको देश की आजादी का इतिहास जरूर पढ़ना चाहिए।

वह अमृत काल का स्वागत करते हैं, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि देश अमृत महोत्सव जरूर बना रहा है लेकिन इसमें समाज में विश्व का काम नहीं होना चाहिए।