Rohtak में पहुंचे त्रिपुरा पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 हरिओम जी महाराज ने सनातन धर्म को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म को समाप्त करने के लिए चारों ओर से शक्तियां सक्रिय हैं, और इस खतरे से बचने के लिए सभी धर्मगुरुओं और राजनीतिक सनातनियों को एकजुट होने की आवश्यकता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की निंदा
महाराज ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की और इस संकट के समय में एकजुटता की आवश्यकता को बल दिया। उनका कहना था कि सभी सनातनियों को चाहे वह धर्मगुरु हों या राजनीतिक नेता, एकजुट हो कर इस संकट का सामना करना चाहिए क्योंकि हिंदू धर्म खतरे में है।
HMP वायरस और यज्ञ के महत्व पर चिंता

धर्मगुरु ने HMP वायरस को लेकर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि इस प्रकार के वायरस को समाप्त करने के लिए हवन और यज्ञ महत्वपूर्ण उपाय हो सकते हैं। उनका मानना था कि यज्ञ के माध्यम से महामारी को खत्म किया जा सकता है और वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है।
महाकुंभ और स्नान की अपील

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर भी श्री श्री 1008 हरिओम जी महाराज ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को प्रयागराज में स्नान करना चाहिए, और यदि कोई प्रयागराज नहीं पहुंच सकता, तो वह कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर में स्नान कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना
हरियाणा प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए श्री श्री 1008 हरिओम जी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म का नाम ऊंचा किया है और इसलिए वह हरियाणा की प्रदेश सरकार से यह आग्रह करते हैं कि 17 सितंबर, प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर “यज्ञ दिवस” मनाया जाए। इसके साथ ही, हरियाणा प्रदेश में हवन यज्ञ किए जाएं, ताकि देश में वातावरण शुद्ध हो और महामारियों से बचा जा सके।