रोहतक : कल चंडीगढ़ विधानसभा में रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल व राज्यसभा सासंद रामचन्द्र जांगड़ा की बुजर्ग पेंशन बनने को लेकर हंगामा हुआ था और विपक्ष ने सरकार के पोर्टल पर सवाल खड़े किए थे। जिसको लेकर मेयर मनमोहन गोयल ने स्पस्टीकरण देते हुए विभाग को ही दोषी ठहराया है। मनमोहन गोयल ने बताया कि उनको मेयर बने हुए चार साल से ऊपर का समय हो गया है, लेकिन उनके मेयर बनते ही उन्होंने सरकारी सुविधाओ को लेने से मना कर दिया था। उनका कहना है कि जो आदमी लाखों रुपये टैक्स देता है और साधन सम्पन हो वह बुजर्ग पेंशन कैसे ले सकता है।
रोहतक शहर के मेयर मनमोहन गोयल की पेंशन को लेकर कल चंडीगढ़ विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। विधायक भारत भूषण बत्रा ने सरकार के पोर्टल पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इस सवाल पर खुद ही जबाब दिया था और समाज कल्याण विभाग की गलती बताई थी। उसी मुद्दे पर आज मेयर मनमोहन गोयल ने समाज कल्याण विभाग को दोषी माना है।
फैमिली आईडी कहां से लाया विभाग
मनमोहन गोयल का कहना है कि जो व्यक्ति मेयर बनते ही सरकारी सुविधाओं को लेने से मना कर देता हो और लाखों रुपए का टैक्स देता हो वह बुजुर्ग पेंशन कैसे ले सकता है। उन्हें नहीं पता कि यह पेंशन कैसे बनी और विभाग उनकी फैमिली आईडी कहां से लेकर आया। उन्हें तो कल 2:00 बजे के करीब चंडीगढ़ से फोन आया था कि उनके परिवार पहचान आईडी चाहिए, लेकिन उनके पास परिवार पहचान आईडी नहीं थी। वह इस सारी घटना की सूचना पाकर अचंभित रह गए थे।
पद पर बैठे व्यक्ति के साथ गलती करना गलत बात
उन्होंने कहा कि एक आम आदमी के साथ गलती हो सकती है, लेकिन शहर के जाने माने ओर अच्छे पद पर बैठे व्यक्ति के साथ ऐसी गलती करना गलत बात है। जो व्यक्ति हर साल लाखों रुपए टैक्स देता हो, वह सरकारी सुविधा कैसे ले सकता है। यही गलती राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगडा को लेकर भी की गई है। वह मांग करते हैं कि इस सारे मामले पर जांच हो और जो भी अधिकारी या कर्मचारी इस मामले में दोषी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।