हरियाणा की सड़कों पर 26 जनवरी से एक नई क्रांति देखने को मिलेगी। पांच जिलों में हाईटेक सिक्योरिटी फीचर्स के साथ शुरू हो रहीं इलेक्ट्रिक बसें न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि मनचलों और असामाजिक तत्वों के लिए बड़ा खतरा साबित होंगी।
इन बसों में हर यात्री सीट पर एक पैनिक बटन दिया गया है। किसी भी घटना पर इसे दबाते ही बस के अंदर अलार्म बज उठेगा, साथ ही बस स्टैंड के हेड क्वार्टर में भी तत्काल अलर्ट और मैसेज पहुंचेगा। इससे तुरंत सहायता प्रदान की जाएगी। सिक्योरिटी को और मजबूत बनाने के लिए पूरी बस में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे और एक महीने तक का डेटा स्टोर करेंगे।
सुरक्षित यात्रा के लिए लो-फ्लोर डिजाइन
रोहतक रोडवेज डिपो के वर्कशॉप इंचार्ज सुरेंद्र सिवाच ने बताया कि ये लो-फ्लोर बसें बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में ड्राइवर भी अपने पास लगे पैनिक बटन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
5 जिलों में शुरुआत, भविष्य में 50 बसों का लक्ष्य
शुरुआती चरण में ये बसें रोहतक, सोनीपत, हिसार, रेवाड़ी और अंबाला में दौड़ेंगी। एक बार चार्ज होने के बाद यह बसें 200 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती हैं। फिलहाल पांच बसें सेवा में हैं, लेकिन भविष्य में इनकी संख्या 50 तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
सड़क पर मनचलों की दहशत
इस पहल से न केवल सार्वजनिक परिवहन अधिक सुरक्षित होगा, बल्कि महिलाओं और बच्चों को बिना किसी डर के सफर करने का भरोसा भी मिलेगा। हरियाणा रोडवेज की इन नई बसों के साथ सुरक्षा के एक नए युग की शुरुआत हो रही है।