प्रदेशभर में लगातार बारिश की वजह से मौसम में हुए बदलाव से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम में बार-बार परिवर्तन होने से मानसूनी बीमारियों ने भी जन्म ले लिया है। जिले में आई फ्लू के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थय विभाग के लिए यह बड़ी परेशानी की बात है।
आई विभाग के डॉक्टर ने किया लोगों को जागरुक
सिविल हॉस्पिटल के आई विभाग के डॉक्टर सतेन्द्र ने कहा कि आई फ्लू संक्रमण जान लेवा तो नहीं है लेकिन आंखों को नुकसान जरूर पहुंचाता है । इसलिए लोगों को इससे जागरूक होना चाहिए ।
आई फ्लू बीमारी का असर 5-6 दिनों तक रहता है। डॉक्टर ने बताया इसे ‘पिंक आई’ इन्फेक्शन के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यह संक्रमण दूसरे की चीजों को प्रयोग करने से यह बीमारी फैलती है।
आई फ्लू के लक्षण
आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति की आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरह से गुलाबी और लाल हो जाता है। आंखों में खुजली और दर्द होता है। लगातार इस बीमारी से आँखों में से पानी निकलता है। कभी-कभी विज़न ब्लर हो जाता है और आंखें सूज जाती है। इस बीमारी का आंखों की रोशनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है और कुछ समय के लिए धुंधला दिखाई दे सकता है ।
आई फ्लू के उपचार
इसके अलावा भी इसके बहुत से लक्षण हो सकते हैं लेकिन इसके लिए डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए। अगर आपके घर और आसपास किसी को भी इस तरह की परेशानी है तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर इसे फैलने से रोका जा सकता है।
- हाथों को अच्छी तरह धोएं
- तौलिया शेयर न करें
- तकिए का कवर रोजाना बदलें
- आंखों पर चश्मा लगाकर रखें
- बोरिक पाऊडर के पानी से आंखें साफ करें
- धूप में जाने से बचें
- डॉक्टर के बताएं निर्देशों का पालन करें