Rohtak में कांग्रेस के लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार के सौ दिन पूरे होने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक भी वायदा पूरा नहीं कर पाई है। हुड्डा ने कहा, “भाजपा ने घरेलू गैस सिलेंडर को 500 रुपए में देने का वादा किया था, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं है। महिलाओं को पेंशन देने, किसानों को MSP देने जैसे वादे भी अब तक अधूरे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में अफसरशाही का शासन चल रहा है और अधिकारी नायब सैनी को मुख्यमंत्री ही नहीं मानते। “अफसरों को यह पता है कि सरकार की कमान कहां से चलती है,” हुड्डा ने कहा।
हुड्डा ने ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों को सौ-सौ गज के प्लॉट देने की योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने यह योजना दस साल तक रोकी और अब इसे लागू करने की बात कर रही है, जबकि यह योजना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की थी।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस योजना का सर्वे सही नहीं हो पाया है और धरातल पर यह अभी तक लागू नहीं हो पाई है।
दिल्ली चुनाव पर भी की टिप्पणी
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। उन्होंने दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल को स्वर्णिम बताते हुए कहा, “लोग आज भी उनके विकास कार्यों को याद करते हैं।” साथ ही, उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मुकाबला इस बार केवल अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से है, भाजपा से नहीं।
हुड्डा ने यह भी कहा कि दिल्ली में अव्यवस्थाओं के लिए केंद्र की भाजपा सरकार उतनी ही जिम्मेदार है जितनी कि केजरीवाल की सरकार। उन्होंने भाजपा द्वारा चुनाव प्रचार में किए गए दुष्प्रचार और भ्रामक प्रचार की भी आलोचना की। हुड्डा ने भाजपा को “झूठी पार्टी” करार देते हुए आरोप लगाया कि चुनाव में भाजपा ने साम, दाम, दंड, भेद और धर्म जाति का सहारा लिया।
कांग्रेस के मजबूत विपक्ष की ओर इशारा
हुड्डा ने यह भी कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बराबर रहा और जनता ने उन्हें अच्छा समर्थन दिया है। उन्होंने इसे एक मजबूत विपक्ष के रूप में देखा और आगामी चुनावों में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
रोहतक में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार के सौ दिन के कार्यकाल पर तीखी टिप्पणी की और अपनी पार्टी की ओर से सरकार को घेरने की कोशिश की।