रोहतक : 3 अगस्त को रोहतक जिले के लाखनमाजरा से लापता हुए 17 वर्षीय हिमांशु का शव सोनीपत जिले के धनाना गांव में नहर के किनारे मिला है। जिसको सही सलामत भेजने के लिए इंस्टाग्राम पर 25 लख रुपए की फिरौती भी मांगी गई थी।
परिजनों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसे लेकर परिजनों में पुलिस के प्रति काफी गुस्सा है। उसी के चलते एसएचओ को सस्पेंड करने की मांग को लेकर परिजनों ने रोहतक जींद रोड को लाखन माजरा में जाम कर दिया।
जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और एएसपी मेधा भूषण ने एसआईटी का गठन कर मामले की जांच करने का आश्वासन दिया और कहा कि जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। इस हत्या के मामले में मृतक हिमांशु के नाबालिग दोस्त को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिस पर अपहरण के बाद हत्या का आरोप है, फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है।

इंस्टग्राम के माध्यम से मांगी गई थी 25 लाख की फिरौती
लाखन माजरा का रहने वाला 17 वर्षीय हिमांशु 3 अगस्त को घर से बाहर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। जिसकी शिकायत लेकर परिजन लाखनमाजरा थाने में पहुंचे और पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत दी। यही नहीं हिमांशु के एक दोस्त पर अपहरण करने का आरोप भी लगाया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। आखिर उनके पास इंस्टाग्राम के माध्यम से 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी और 15 लाख रुपए में मामला तय हुआ। इसके बाद 15 लाख रुपए देने की तय जगह की सूचना परिजनों ने पुलिस को दे दी और जैसे ही उसे 15 लाख रुपए लेने के लिए युवक पहुंचा, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

एसएचओ पर हो कार्रवाई परिजनों की मांग
जिस युवक पर परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाया था, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज उसे युवक से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि हिमांशु की हत्या कर शव को सोनीपत जिले में धनाना गांव स्थित नहर के पास फेंका। परिजनों का आरोप था कि अगर समय रहते पुलिस कार्रवाई करती तो हिमांशु बच सकता था, लेकिन एसएचओ मिलीभगत कर आरोपियों को बचाता रहा, इसलिए उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

एएसपी के आश्वासन के बाद परिजनों ने खोला था जाम
आखिर मामले को देखते हुए एएसपी मेधा भूषण लाखन माजरा पहुंची और ग्रामीणों तथा परिजनों से बात की। इसके बाद उन्होंने एक एसआईटी का गठन करते हुए आश्वासन दिया कि जांच में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एएसपी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम तो खोल दिया लेकिन वह कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।

