Rohtak में गरनावठी गांव के स्कूल की जर्जर इमारत को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया। सोमवार को ग्रामीणों ने रोहतक डीसी कार्यालय के बाहर भैंस के सामने बिन बजाकर अनोखा प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत द्वारा 5.43 करोड़ रुपये जमा कराने के बावजूद नई बिल्डिंग नहीं बनाई गई।
ग्रामीणों का आरोप: शिक्षा विभाग की लापरवाही
2015 में स्कूल की इमारत को जर्जर घोषित किया गया था। इसके बाद ग्राम पंचायत ने स्कूल निर्माण के लिए करोड़ों रुपये सरकारी खाते में जमा करवाए, लेकिन 8 साल बाद भी नई बिल्डिंग का निर्माण नहीं हुआ। अब बच्चों को दो शिफ्टों में पढ़ाई करनी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग ने उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसी कारण उन्हें “भैंस के आगे बिन बजाने” जैसा कदम उठाना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने डीसी कार्यालय और शिक्षा विभाग को कठघरे में खड़ा किया।
ग्रामीणों की मांग: जल्द बने स्कूल भवन
ग्रामीण राहुल दादू ने बताया, “2016 में पुरानी बिल्डिंग गिरा दी गई, लेकिन अब तक नई इमारत नहीं बनाई गई है। बच्चों को दो शिफ्ट में पढ़ाई करनी पड़ रही है। पंचायत ने 2018 में जमीन बेचकर 5.43 करोड़ रुपये जमा करवा दिए थे, लेकिन विभाग अब तक सो रहा है। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द स्कूल भवन का निर्माण हो।”
अनोखा प्रदर्शन: भैंस के सामने बिन बजाई
ग्रामीणों ने भैंस के सामने बिन बजाकर प्रतीकात्मक रूप से यह संदेश दिया कि उनकी शिकायतों का प्रशासन और विभाग पर कोई असर नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य शिक्षा विभाग और प्रशासन की “नींद” खोलना है।
ग्रामीणों ने प्रदर्शन के बाद डीसी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा और मांग की कि जल्द से जल्द स्कूल की नई इमारत का निर्माण शुरू किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को अनदेखा किया गया, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।