नूंह हिंसा पर एक बार फिर से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है जिस प्रदेश के गृहमंत्री को मामले की जानकारी ना हो और मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को सुरक्षा देने में सक्षम ना हो, उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा रोहतक अपने आवास पर प्रैसवार्ता आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने कहा कि कि नूंह हिंसा में कौन साजिशकर्ता है, इसके बारे में उन्हें कुछ कहने की जरूरत नहीं है। भाजपा के नेता राव इंद्रजीत ने हीं सबकुछ बता दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालातों में प्रदेश में कौन निवेश करेगा। जब गुरुग्राम जैसे शहर में डर के चलते एमएनसी कंपनियों को 5 दिन की छुट्टी करनी पड़ी।
पुलिस को नहीं दिए उचित दिशा-निर्देश
सरकार को चाहिए कि प्रदेश में अमन और शांति कायम करें। इसके लिए कांग्रेस पार्टी के जिस भी सहयोग की जरूरत होगी, वह करने को तैयार हैं। जहां तक प्रदेश की पुलिस की बात है, तो हमारी पुलिस किसी भी चीज को नियंत्रण करने में पूरी तरह से सक्षम है। लेकिन उनको उचित दिशा निर्देश नहीं दिए गए।
विधानसभा में मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी कांग्रेस पार्टी
जब सरकार के पास खुफिया विभाग की रिपोर्ट थी, तो तैयारियां क्यों नहीं की गई। अगर बेहतर तैयारी होती तो इस तरह के घटनाक्रम को रोका जा सकता था। हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को कांग्रेस पार्टी जोर-शोर से उठाएगी। प्रदेश में फिलहाल नॉन परफॉरमिंग सरकार है, तो प्रदेश की व्यवस्थाएं कैसे बेहतर होगी।
राहुल गांधी को कोर्ट से राहत, सच्चाई की जीत
जहां तक राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने की बात है, तो एक वकील होने के नाते उन्होंने पहले ही बता दिया था कि निचली अदालत का फैसला सुप्रीम कोर्ट में टिक नहीं पाएगा और अब राहुल गांधी की सदस्यता दोबारा बहाल होगी और वे 2024 में चुनाव भी लड़ पाएंगे यह सच्चाई की जीत हुई है।