Haryana News : हरियाणा के जिला रोहतक की एकता कॉलोनी में बढ़ती गर्मी के साथ पानी की किल्लत ने विकराल रूप से लिया है। यहां लोगों को करीब 3 माह से पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। आखिर में सोमवार को कॉलोनी वासियों का गुस्सा फूट पड़ा। कॉलोनी वासी पानी की समस्या को लेकर सैकड़ों महिलाओं के साथ जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पहुंचे। लोगों को प्रदर्शन करता देख अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने लोगों को जल्द समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान एकता कॉलोनी निवासी राधिका शर्मा, समंद्र देवी व अन्य लोगों ने कहा कि उनकी कॉलोनी में 3 महीने से पीने के पानी की किल्ल्त बनी हुई है। घरों में कई-कई दिन तक पीने का पानी नहीं पहुंच रहा है। कई बार घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है। पानी की किल्लत को लेकर कई बार पार्षद और जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन अधिकारी भी उनकी समस्या का हल नहीं करवा पा रहे हैं। कॉलोनी वासियों ने उनकी समस्या का जल्द स्थाई समाधान करवाने की मांग की।
इस दौरान राधिका शर्मा ने बताया कि उनकी कॉलोनी में लगभग 3 महीने से पानी की किल्लत बनी हुई है। कभी-कभी पानी आता है तो वह पीने लायक नहीं होता। ऐसे में स्थानीय लोग दूषित पानी पीकर बीमार हो रहे हैं। इस गंदे पानी की समस्या को लेकर कॉलोनी वासी कई बार पार्षद और अधिकारियों को समस्या से अवग क शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कॉलोनी वासियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोमवार को समस्या से परेशान होकर कॉलोनी वासी महिलाओं के साथ जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पर पहुंचे। इस दौरान कॉलोनी वासियों ने महिलाओं के साथ रोष जताते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान करवाने की मांग की।
इस दौरान एकता कॉलोनी निवासी ने बताया कि उनकी कॉलोनी में पिछले करीब 3 माह से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। जिसके कारण उन्हें पीने का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। कॉलोनी वासियों ने कहा कि 500-600 रुपये में पानी का टैंकर मंगवाकर पीने की व्यवस्था की जाती है। वहीं बिजली के कट भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। चिलचिलाती गर्मी में बिजली के कट लगने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं प्रीत विहार निवासी गिरधारी लाल ने कहा कि उनकी कॉलोनी में पिछले करीब 10 दिन से पीने का पानी नहीं आ रहा। इतनी गर्मी में पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन पीने तक का पानी नसीब नहीं हो रहा। ऐसे में वह करें तो क्या करें। जब कभी पानी आता है तो वह काफी कम समय और गंदे पानी की सप्लाई होती है।