पिछले 36 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे पटवारी का धरना जल्द समाप्त होगा। सरकार के साथ हुई सकारात्मक वार्ता में पटवारी की मांगों को लगभग मान लिया है। वही नोटिफिकेशन जारी होने तक पटवारी धरने पर जरूर रहेंगे, लेकिन पटवारी को उम्मीद है कि सरकार उनकी मांगों को मान रही है और वह नोटिफिकेशन जारी होने के बाद कम पर लौट आएंगे। पटवारी पिछले 36 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं।
प्रदेश भर के पटवार एवं कानून को संगठन द्वारा पिछले 36 दिनों से धरने पर बैठे पटवारी की मांगों पर सरकार ने विचार कर लिया है। जिससे उम्मीद है कि जल्द ही पटवारी की हड़ताल खुल जाएगी और तहसीलों में काम सुचारू रूप से होने लगेंगे। पटवारी पिछले 36 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। पटवारी की मांग है कि सरकार द्वारा बार-बार उनसे वादा खिलाफी की जा रही थी, लेकिन इस बार सरकार से उनकी आर पार की लड़ाई है। पटवारी ने कहा कि अब उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी सभी मांगों को मान लेगी, तो वह भी कम पर लौट आएंगे। वहीं दूसरी ओर द रेवेन्यू पटवार एवं कानून को संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जैविक चाहन ने बताया कि सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया है और उनकी बातचीत सकारात्मक रूप से हुई है, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी मांगे मान ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि 18 फरवरी को नायब तहसीलदार का एग्जाम होगा, जो उनकी मांगों में से एक साथी था। उन्होंने कहा कि वेतन वृद्धि के लिए भी विचार किया जा रहा है, अब वह सरकार द्वारा मांगे मानने का नोटिफिकेशन जारी होने तक इंतजार करेंगे। यदि नोटिफिकेशन जारी हो गया तो उसी दिन वह अपना धरना समाप्त कर देंगे। यदि नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ तो लगातार धरने पर रहेंगे। गौतम है कि 3 जनवरी से पटवारी पूरे प्रदेश भर की तहसीलों में धरने पर बैठे हुए हैं।