SC ने किसान आंदोलन पर सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि किसानों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले हैं। कोर्ट ने खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर पंजाब सरकार से जवाब मांगा और उन्हें सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का आदेश दिया।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल पब्लिक पर्सनालिटी हैं और उनकी सेहत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उनका स्वस्थ रहना जरूरी है। अदालत ने पंजाब सरकार से कहा कि उन्हें किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए और किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी का गठन किया है, जो किसानों की उचित मांगों पर बातचीत करेगी और समाधान की कोशिश करेगी। किसानों को सीधे सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रखने की अनुमति दी जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को खोलने से किया था इंकार
सुप्रीम कोर्ट ने 13 दिसंबर की सुनवाई में शंभू बॉर्डर को खोलने के आदेश से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा कि वह किसानों को हाईवे छोड़कर अन्य स्थान पर प्रदर्शन के लिए मनाने का प्रयास करें। डल्लेवाल की सेहत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई और पंजाब सरकार को निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में डल्लेवाल को अनशन समाप्त करवाने के लिए जबरदस्ती न की जाए।
13 फरवरी से चल रहा आंदोलन
किसान आंदोलन 13 फरवरी 2024 से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहा है। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया है, जबकि खनौरी बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी है। हरियाणा पुलिस ने इन दोनों स्थानों पर बैरिकेडिंग की है, जिससे किसान दिल्ली जाने से रोके गए हैं। आंदोलनकारी अपनी मांगों के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।