हरियाणा के जिला हिसार में एक निजी स्कूल के गेट पर कुछ छात्रों के गुस्साएं अभिभावकों ने ताला जड़ दिया। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल के डीन ने बच्चों को टूर के दौरान नशीली दवाई खिलाई। जब वह बेसुध हुए तो उनके साथ अश्लील हरकतें की गई। जब छात्र घर लौटे तो उन्होंने परिजनों को इसके बारे में जानकारी दी। इसके बाद गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा खड़ा करते हुए गेट पर ताला लगा दिया।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हिसार के सिविल लाइन थाना की प्रभारी निर्मला का कहना है कि परिजनों के बयान पर जीरो एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने हिसार में आईपीसी की धारा 328, 34 व 506 और POSCO एक्ट की धारा 10 के तहत आरोपी डीन सूरज नागपाल और स्कूल डायरेक्टर एकता सिंधु के खिलाफ जीरो FIR दर्ज की है। मामला उदयपुर का है और एफआईआर को वहां ट्रांसफर किया जाएगा। उदयपुर पुलिस ही आगामी कार्रवाई करेगी। मौके पर भारी पुलिस तैनात किया गया है।
रात को कैबिन में घुसकर करने लगा छेड़छाड़
आरोप है कि रात को टूर पर पहुंचने से पहले करीब 10-11 बजे डीन बच्चों के कैबिन में घुस आया। उस दौरान कैबिन में दो बच्चे थे। दोनों के साथ गलत नीयत से छेड़छाड़ करने लगा। फिर उसने एक बच्चे को नीचे भेज दिया। दूसरे बच्चे के साथ छेड़छाड़ करने लगा। डीन बच्चे की कमीज ऊपर कर छूने लगा। बच्चे ने विरोध किया तो धमकी दी कि अगर कुछ बोला तो तुम्हारा टूर कैंसिल कर दूंगा। तुम्हें यहीं उतार दूंगा।

नशीली दवा पिलाकर बिस्तर में भी गलत हरकतें करने का आरोप
अगले दिन 29 अक्तूबर को उदयपुर पहुंचने के बाद सभी छात्रों को एक होटल में ठहराया गया। आरोप है कि वहां भी रात करीब 10-11 बजे डीन बच्चों के कमरे में घुस गया। वह बच्चों के बिस्तर में घुसकर छेड़खानी करने लगा। तब बच्चों ने कहा कि हमारी तबीयत खराब है। हम थके हुए हैं। उसने 4 छात्रों को कोई नशीली दवा दे दी। जिससे कुछ बच्चे बेहोश हो गए। जो बच्चे होश में थे, वह देख रहे थे कि आरोपी डीन बिस्तर में उनके साथ उल्टी-सीधी हरकत कर रहा था। उनके कपड़े उतारकर गलत हरकतें करने लगा।
मामला बढ़ता देख होटल से फरार हो गया आरोपी
छात्रों का आरोप है कि नशीली दवा से 3 छात्रों की हालत खराब हो गई। छात्रों को एकत्रित होता देख सारा स्टाफ जाग गया। इसके बाद छात्रों को देर रात 3 बजे (30 अक्तूबर) को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां छात्रों का इलाज करवाया गया। इसके बाद आरोपी मामला बढ़ता देख होटल से ही फरार हो गया। मामले की सूचना फोन पर स्कूल की संचालक एकता सिंधु को दी गई।
पति के भाजपा मंत्री होने की धमकी, विरोध करने वालों से लिया इस्तीफा
आरोप है कि जब इस बात का स्टाफ सदस्यों में से कुछ शिक्षकों ने विरोध किया तो उनसे जबरदस्ती इस्तीफा लेकर उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर कोई आरोपी डीन के बारे में बोले तो कहना कि उनकी माता को कैंसर है। आरोप है कि जब अभिभावकों ने स्कूल संचालक एकता सिंधु से बात की तो उसने कहा कि उनके पति भाजपा में बड़े मंत्री हैं। तुम पर उलटा केस कर कर दिया जाएगा।

स्कूल संचालक ने नहीं सुनी छात्रों की बात
छात्रों का कहना है कि इसके बाद रात को ही 2:15 बजे स्कूल संचालक एकता सिंधु को फोन किया गया। आरोप है कि स्कूल संचालक ने भी मामले को अनसुना कर दिया और किसी को भी कुछ नहीं बताने की बात कहीं। साथ ही टूर को आगे जारी रखने को कहा। इसके बाद सभी बच्चे काफी डर गए और रोने-चिल्लाने लगे। जिससे काफी बच्चे बीमार हो गए। इसकी जानकारी भी स्कूल संचालक को दी। इसके बाद उसने सभी को वहीं रोकने की बात कही। इसके बाद सुबह दो और छात्रों ने सामने आते हुए आरोप लगाया कि डीन सर ने उनके साथ छेड़खानी की है। इसके बाद फिर स्टाफ ने स्कूल संचालक एकता से बात की। उन्होंने कहा कि टूर वापस आने पर वह सबसे मिलेंगी। यह कोई बड़ी बात नहीं है।
किसी को कुछ बताने पर स्कूल से निकालने की धमकी
छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने स्कूल संचालक से बात की तो एकता ने टीचरों को भी धमकाया। उसने कहा कि किसी टीचर ने किसी को कुछ बताया तो वह उसे स्कूल से निकाल देगी। इसके बाद बच्चों और स्टाफ ने 2 दिन राजस्थान में निकाले। आरोप है कि 1 नवंबर की शाम को टूर वापस स्कूल पहुंचा। वहां पर रोहतक के इसी स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मौजूद थी। उन्होंने सभी टीचरों और अभिभावकों को कहा कि इस मामले को ज्यादा नहीं उछालना है। एकता ने उन्हें बोला है कि जिन बच्चों के अभिभावक ज्यादा बोल रहे हैं, उन्हें कुछ पैसे देकर शांत करा देंगे।