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13 महीने बाद खुलवाया शंभू बॉर्डर : किसानों के अस्थायी शेड पर चला बुलडोजर, किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा तनाव

हरियाणा पंजाब

हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर को 13 महीने बाद खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पंजाब पुलिस ने बॉर्डर पर डटे आंदोलनकारी किसानों को हटाने के लिए एक्शन लिया। पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच किसानों के बनाए अस्थायी शेड बुलडोजर से तोड़ दिए गए।

उधर, खनौरी बॉर्डर पर भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां भी पुलिस ने डटे किसानों को हटने का अल्टीमेटम दे दिया है।

इससे पहले, किसानों और केंद्र सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। यह वार्ता करीब 4 घंटे चली, जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी समेत किसान नेता मौजूद थे।

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बैठक के बाद किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया गया। दोनों नेता इस आंदोलन की अगुआई कर रहे थे, जिससे किसानों में रोष बढ़ गया है।

खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस अलर्ट

खनौरी बॉर्डर पर हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसे देखते हुए हरियाणा पुलिस की रिजर्व फोर्स को तत्काल रवाना किया गया है। पहले से ही यहां 2 हजार से ज्यादा जवान तैनात थे, लेकिन शाम होते ही सुरक्षा बढ़ा दी गई। अब अतिरिक्त फोर्स भेजी जा रही है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और बॉर्डर पर स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।

बॉर्डर खाली कराने के लिए 200 से ज्यादा किसान हिरासत में

पुलिस ने सुबह से ही बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी थी। बुलडोजर की मदद से किसान आंदोलनकारियों द्वारा बनाए गए अस्थायी घरों और शेड्स को हटाया गया। इस दौरान 200 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया गया।

टिकैत ने निंदा की

इससे पहले, केंद्र सरकार और किसानों के बीच हुई सातवें दौर की बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। बैठक में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी मौजूद थे, लेकिन समाधान नहीं निकला।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की कार्रवाई की निंदा की और किसानों के साथ खड़े रहने का ऐलान किया।

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