हरियाणा के रोहतक में बीएसएनएल के उपमंडल अभियंता से 37 लाख 79 हजार रुपए की धोखाधड़ी होने का मामला सामने आया है। उसने फेसबुक पर शेयर मार्केट का काम सीखने का विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में दिए गए लिंक पर क्लिक करके वह आरोपियों के षडयंत्र का शिकार हो गया और शेयर मार्किट में निवेश के नाम पर बहुत सारे पैसे आरोपियों को दे दिए। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के बाद केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
रोहतक के चमनपुरा निवासी विकास सैनी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बीएसएनएल में उपमंडल अभियंता के पद पर काम करता है। 25 अक्टूबर को उसने फेसबुक पर शेयर मार्केट का काम सिखाने के लिए एक फोटो का विज्ञापन दिखाई दिया। वहां दिए गए लिंक पर क्लिक किया तो मोबाइल फोन में एक वेबसाइट खुल गई। उस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया तो एक लिंक आया। जब उस लिंक पर क्लिक किया तो वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़ गए। जिसमें शेयर मार्केट के बारे में सीखने के लिंक शेयर किया जाता था। उसको खोलने पर शेयर मार्केट की जानकारी स्लाइड सहित ऑडियो चलती है।
उन्होंने बताया कि शेयर खरीदने के लिए ग्रुप में जानकारी सांझा की जाती। 2 नवंबर को उसके पास वॉट्सऐप मैसेज आया और सामने वाली ने खुद का नाम ममता रावत बताया, जो उस ग्रुप का भी हिस्सा थी। उसने निवेश के लिए मैसेज किए। 5 नवंबर को उसे एक अन्य वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। दूसरे वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर खरीदने के लिए बैंक खाते की जानकारी सांझा की जाती थी। 26 नवंबर को उस महिला ने एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलने का फार्म भेजा, वह फार्म भरकर वापस भेजा तो उसने एक एप का लिंक वॉट्सऐप किया। उस पर क्लिक करने से वह एप डाउनलोड हो गई। वॉट्सऐप ग्रुप में दिए बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवाए जाते तो एक की आईडी में पैसे दिखाई देते।
अलग-अलग दिन डलवाए गए पैसे
विकास सैनी का कहना है कि उसने 8 दिसंबर से 13 जनवरी तक आरोपियों के पास अलग-अलग दिन पैसे डलवाए थे। 8 दिसंबर को उसने 30 हजार रुपए जमा करवाए, 19 दिसंबर को 32 हजार, 20 दिसंबर को दो बार 50-50 हजार रुपए, 21 दिसंबर को 50 हजार, 22 दिसंबर को 50 हजार, 23 दिसंबर को एक लाख 60 हजार, 25 दिसंबर को एक लाख, 26 दिसंबर को 10 हजार रुपए जमा करवाए। 27 दिसंबर को एक लाख, 31 दिसंबर को 5 लाख और दूसरे अकाउंट में साढ़े 3 लाख रुपए जमा करवाए।
इसी प्रकार 1 जनवरी को 40 हजार, 2 जनवरी को 4 लाख, 3 जनवरी को 5 लाख और दूसरे खाते में 4 लाख 50 हजार तथा 40 हजार दूसरी ट्रांजेक्शन में जमा करवाए। 5 जनवरी को 73 हजार, 8 जनवरी को 50 हजार, 9 जनवरी को 2 लाख 20 हजार और दूसरी ट्रांजेक्शन में 2 लाख 14 हजार 481 रुपए, 12 जनवरी को 50 हजार और दूसरी ट्रांजेक्शन में 1 लाख 10 हजार, 13 जनवरी को 1 लाख और दूसरी ट्रांजेक्शन में 50 हजार रुपए जमा करवाए।
केवल एप के वॉलेट में दिखाई देते थे पैसे
पीड़ित विकास सैनी ने बताया कि इस दौरान वह आरोपियों के बताए हुए शेयर को एप के माध्यम से खरीदता व बेचता था। रुपए एप के वॉलेट में दिखाई देते थे। जब वह अपने पैसे वापस निकालने का प्रयास करता तो उसके आवेदन को रिजेक्ट कर देते थे। 13 जनवरी को उसे शक हुआ तो उसने वॉट्सऐप पर अपने रुपए वापस मांगने के लिए मैसेज किया, तो उन्होंने आईपीओ में रुपए लगे होने का बहाना बनाकर 5 लाख रुपए 24 घंटे में जमा करवाने की बात कही। आरोपियों ने उससे कुल 37 लाख 79 हजार 481 रुपए की धोखाधड़ी की है। जिसकी शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।