हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका क्षेत्र से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। वार्ड नंबर 13 निवासी युवक धर्मपाल के साथ दिनदहाड़े लाठी-डंडों से मारपीट की गई, लेकिन पुलिस ने न केवल पीड़ित की शिकायत दर्ज करने से इनकार किया, बल्कि उसे थाने से लात मारकर भगा दिया। पीड़ित का मेडिकल भी नहीं कराया गया, और अस्पताल ने भी बिना पुलिस के लिखे इलाज से इनकार कर दिया।
घटना 2 जून की बताई जा रही है। धर्मपाल का आरोप है कि जब वह चोपड़ा बाजार स्थित मोहनलाल की दुकान के सामने से गुजर रहा था, तो पुरानी रंजिश के चलते मोहनलाल और उसका बेटा ओमप्रकाश उसे गाली गलौज करने लगे। विरोध करने पर दोनों ने धर्मपाल को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। पीड़ित के अनुसार, आरोपी तब तक मारते रहे जब तक वह बेहोश नहीं हो गया।
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पिता-पुत्र मिलकर युवक को बेरहमी से पीटते हैं, जबकि आसपास खड़े लोग तमाशबीन बने रहते हैं।
मारपीट के बाद धर्मपाल की पत्नी और बच्चे मौके पर पहुंचे और घायल को घर ले गए। धर्मपाल का आरोप है कि उसी रात पुलिस उनके घर आई और जबरन थाने ले गई, जहां शहर के कुछ प्रभावशाली लोगों ने उस पर समझौते का दबाव बनाया। पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं ली और बाद में एक कागज पर जबरन साइन भी करवा लिए।
पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि उसने मेडिकल के लिए कई बार पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन फिरोजपुर झिरका शहर थाने में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने उसे लात मार कर भगा दिया और कहा कि “जहां जाना है जा, यहां तो ऐसा ही होगा।” जब धर्मपाल अगले दिन अस्पताल गया तो डॉक्टरों ने भी बिना पुलिस के लिखे मेडिकल करने से मना कर दिया।
धर्मपाल बीते 5 दिन से पुलिस और अस्पताल के चक्कर काट रहा है लेकिन उसे अब तक न्याय नहीं मिला है। उसने आरोप लगाया कि वायरल वीडियो पुलिस के पास होने के बावजूद पुलिस जानबूझकर मामले से बच रही है और आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही। अब पीड़ित ने एसपी और डीएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाने की बात कही है।
इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी जगबीर सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों को बुलाकर आपसी बातचीत करवाई गई और समझौता हो गया है। उनके मुताबिक, फिलहाल थाने में कोई लंबित शिकायत नहीं है। हालांकि वायरल वीडियो और पीड़ित के बयान इस कथित ‘समझौते’ पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं।