Sirsa : बवाली रोड स्थित राइस मिल मशीनरी उपकरण निर्माण कंपनी एसएफ फूड प्रो टेक लिमिटेड(SF Food Pro Tech Limited) के निदेशक और सी ब्लॉक निवासी संजीव गुप्ता के साथ 33 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां फतेहाबाद और सिरसा से की गई हैं। बताया जा रहा है आरोपियों ने कंपनी के पैसे को क्रिकेट(Cricket) सट्टे में लगाया।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान राहुल, संजय उर्फ डेजी, दिनेश उर्फ बंटी उर्फ डीजे, शुभम उर्फ मोनू, अजय उर्फ गोलू और हरपाल उर्फ पाली के रूप में हुई है। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रिमांड के दौरान गिरफ्तार आरोपियों की पहचान और धोखाधड़ी की रकम बरामद करने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही इस घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार सभी आरोपी क्रिकेट सट्टे से जुड़े हुए हैं।

पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि इस संबंध में कंपनी के संचालक संजीव गुप्ता की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में एक जून 2024 को एफआईआर दर्ज की गई थी। इससे पहले पुलिस ने कंपनी के मुनीम साकेत कुमार को भी गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल सिरसा जेल में बंद है। साकेत कुमार पिछले 15 सालों से कंपनी में कार्यरत था और कंपनी का करीब 50 अन्य कंपनियों से लेनदेन का काम संभालता था। उसने कंपनी के संचालक और अन्य पारिवारिक सदस्यों के विश्वास का गलत फायदा उठाया और गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों के साथ मिलकर कंपनी के पैसे को क्रिकेट सट्टे में लगाया।

फेयरवेट-7 की आईडी करवाते थे उपलब्ध
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी राहुल, हरपाल, बंटी, डीजे और शुभम उर्फ मोनू, साकेत कुमार को क्रिकेट सट्टे की फेयरवेट-7 की आईडी उपलब्ध करवाते थे, जबकि संजय उर्फ डेजी, राहुल, बंटी, दिनेश, हरपाल और शुभम उर्फ मोनू को सट्टे की आईडी उपलब्ध करवाता था। जांच में यह भी सामने आया कि साकेत कुमार इन सभी आरोपियों के संपर्क में था और उनके साथ मिलकर कंपनी का पैसा क्रिकेट सट्टे में इनवेस्ट करता था। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि अभियोग की जांच जारी है और जो भी व्यक्ति इस मामले में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।