हरियाणा के Sirsa से सांसद कुमारी सैलजा ने आयुष्मान कार्ड योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह योजना लोगों के लिए ‘जंजाल’ बनकर रह गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकार की उदासीनता और भुगतान में कमीशन खोरी के कारण इस योजना का सही तरीके से संचालन नहीं हो रहा है।
सैलजा ने कहा कि आयुष्मान कार्ड के तहत मरीजों का इलाज कराने वाले डॉक्टर अब इस कार्ड से इलाज करने से कतराने लगे हैं। डॉक्टरों को बकाया बिलों के भुगतान के लिए कई महीने इंतजार करना पड़ रहा है, और इस मुद्दे पर सरकार ने 28 फरवरी तक भुगतान का वादा किया था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
डॉक्टरों की समस्याएं:
सांसद ने बताया कि डॉक्टरों द्वारा भेजे गए बिलों में 70 प्रतिशत तक की कटौती की जा रही है, जिससे उनका काम ठप हो गया है। विशेषकर फिजिशियन और बाल रोग विशेषज्ञों को इस मुद्दे का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ रहा है। बाल रोग विशेषज्ञों ने अब आयुष्मान कार्ड पर बच्चों का इलाज करना बंद कर दिया है, क्योंकि उनके बिलों में भारी कटौती हो रही है।
सरकार के वादे पर सवाल:
सैलजा ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर सरकार ने मुफ्त इलाज देने का वादा किया था, तो उसे इसे ईमानदारी से पूरा करना चाहिए। इसके बजाय सरकार डॉक्टरों और अस्पतालों के बिलों में कटौती कर रही है और उन्हें समय पर भुगतान नहीं कर रही है।
कुमारी सैलजा ने यह भी कहा कि आईएमए ने कई बार आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज न करने की घोषणा की थी, और सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।