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छह महीने बाद खत्म हुआ धरना, जल और पहाड़ बचाने की मांग पूरी

हरियाणा चरखी दादरी

● ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था, सीएम से मुलाकात के बाद उनकी मांगें मानी गईं
● धरने की अगुआई कर रहे ग्रामीणों ने एसडीएम से मिलकर धरना समाप्त करने की सूचना दी

हरियाणा के चरखी दादरी जिले में बीते छह महीने से अधिक समय से जारी धरना आखिरकार आज समाप्त होगा। ग्रामीण अवैध माइनिंग और भूमिगत जल दोहन को बंद करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे। उनकी मांग पूरी न होने पर उन्होंने विधानसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार किया था और किसी भी नेता को गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी।

धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना था कि माइनिंग कंपनियां अवैध रूप से खनन कर भूमिगत जल का दोहन कर रही हैं, जिससे क्षेत्र में जल संकट पैदा हो सकता है। इसके साथ ही, ब्लास्टिंग के दौरान उपयोग किए जाने वाले केमिकल के कारण भूमिगत जल जहरीला हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को चर्म रोग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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गांव रामलवास के ग्रामीणों ने 5 सितंबर 2024 को अवैध माइनिंग और जल दोहन के खिलाफ धरना शुरू किया था। इस दौरान कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। आखिरकार, ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिला और अपनी मांगें रखीं। सीएम ने उनकी मांगों को मानते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया।

धरने की अगुआई कर रहे रोशनलाल ने बताया कि सोमवार को पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने चरखी दादरी के एसडीएम आशीष सांगवान से मुलाकात कर धरना समाप्त करने की सूचना दी। तहसीलदार या अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर धरना समाप्त करवाएंगे।