Delhi पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘बीजेपी हरियाणा से दिल्ली को ज़हरीला पानी भेज रही है, जो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भी साफ़ नहीं हो सकता। अगर दिल्ली के लोगों ने ये पानी पी लिया तो कई जानें जा सकती हैं।‘ उनके इस बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में उबाल आ गया और अब यह मामला सोनीपत कोर्ट तक पहुंच चुका है।
केजरीवाल के खिलाफ शिकायत और केस दर्ज
सोनीपत सिंचाई विभाग के अधिकारी आशीष कौशिक ने इस बयान को लेकर सीजेएम नेहा गोयल की कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया गया कि केजरीवाल ने भ्रामक जानकारी फैलाई और सरकारी कामकाज में बाधा डाली। कोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी कर दिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। BNS की धारा 223, 353, 356 और आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 54 के तहत केस दर्ज हुआ है।
17 फरवरी को होगी सुनवाई
इस मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी को होगी। इस दौरान तय किया जाएगा कि केजरीवाल के बयान को लेकर आगे क्या कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
हरियाणा के सीएम सैनी का पलटवार: ‘केजरीवाल डर फैला रहे हैं’
केजरीवाल के बयान पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोनीपत पहुंचकर यमुना नदी का दौरा किया और वहां का पानी पिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल लोगों में भय फैलाने और राजनीति चमकाने के लिए झूठ फैला रहे हैं। WHO ने यमुना के सैंपल की जांच की है और कहीं भी ज़हर नहीं मिला। दिल्ली हमारे परिवार का हिस्सा है, वहां हमारे रिश्तेदार भी रहते हैं। केजरीवाल को हरियाणा और दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
सियासी घमासान तेज़
केजरीवाल के इस बयान के बाद दिल्ली और हरियाणा सरकारों के बीच टकराव और बढ़ गया है। दिल्ली सरकार का दावा है कि हरियाणा से गंदा पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे दिल्ली में पानी संकट बढ़ रहा है। वहीं, हरियाणा सरकार का जवाब यह है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं, पानी पूरी तरह सुरक्षित है।
अब 17 फरवरी को अदालत में अगली सुनवाई के बाद यह तय होगा कि इस विवाद का कानूनी अंजाम क्या होता है। क्या केजरीवाल को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा या मामला आगे और राजनीतिक रंग लेगा? सभी की नज़रें इस केस की अगली सुनवाई पर टिकी हैं।