Sonipat में ज्वेलर से 2 करोड़ की फिरौती मांगने वाले दो खूंखार बदमाशों को पुलिस ने नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। नरवाना में पुलिस मुठभेड़ के दौरान फरार हुए इन अपराधियों में से एक को गोलियां लगीं। बदमाशों पर पहले से हत्या और लूट के मामले दर्ज हैं। इस बार अमेरिका में बैठे उनके साथी गोगी के इशारे पर फिरौती मांगी गई थी।
मुठभेड़ का रोमांचक घटनाक्रम
डीसीपी क्राइम नरेंद्र तोमर ने बताया कि बदमाश गुरविंद्र उर्फ गुरी और सुखचैन, जो गुहला चीका के रहने वाले हैं, ने ज्वेलर को धमकाकर 2 करोड़ की मांग की थी। पुलिस ने जाल बिछाकर बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सुखचैन घायल हो गया। वह अभी अस्पताल में भर्ती है, जबकि गुरी से पुलिस पूछताछ कर रही है।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
ज्वेलर को कई दिनों से विदेशी नंबर से धमकियां दी जा रही थीं। ज्वेलर ने फिरौती के पैसे देने का नाटक कर पुलिस को सूचित किया। जैसे ही बदमाश नरवाना के विश्वकर्मा चौक पर रकम लेने पहुंचे, पुलिस ने उन्हें घेर लिया। अपनी गाड़ी को पंजाब की ओर भगाने की कोशिश में उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की और मुठभेड़ के बाद जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
गाड़ी और मोबाइल फोन से मिली सुराग
बदमाशों की छोड़ी गई गाड़ी से पुलिस ने पिस्तौल और मोबाइल फोन बरामद किए। मोबाइल फोन से उनके ठिकाने और संपर्कों का पता चला। पुलिस ने गहन तलाशी के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
विदेश से संचालित हो रहा था नेटवर्क
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि गोगी नामक बदमाश, जो डंकी के जरिए अमेरिका भाग चुका है, वहीं से इस फिरौती कांड का मास्टरमाइंड था। उसने अपने साथियों को निर्देश देकर इस योजना को अंजाम दिलवाया।
ज्वेलर की सतर्कता बनी जान बचाने का कारण
पुलिस ने ज्वेलर की सतर्कता और सूझबूझ को सराहा। डीसीपी ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर था, लेकिन पुलिस की रणनीति और त्वरित कार्रवाई से बड़ी घटना को टाल दिया गया।