सोनीपत के गांव भदाना में एक बेरहम दादी ने अपनी ही तीन महीने की पोती को जमीन पर पटक कर मौत के घाट उतार दिया। बच्ची का कसूर सिर्फ इतना था कि उसके पिता ने दिल्ली की रहने वाली महिला से एक वर्ष पहले प्रेम विवाह किया था। परिजन बेटे के दूसरी जाति में विवाह करने की बात से नाराज थे। आरोप है कि पति-पत्नी को पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
पुलिस को दी शिकायत में गांव भदाना निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उसने एक वर्ष पहले दिल्ली निवासी एक महिला से प्रेम विवाह किया था। जिससे उसका पूरा परिवार नाराज चल रहा था। परिजनों की नाराजगी के चलते राजेंद्र और उसकी पत्नी ने कालूपुर की एक धर्मशाला में कई दिन रहकर अपना गुजर बसर किया। इसके कुछ दिन वह गांव भदाना में परिजनों के साथ रहने लगा। परिजन युवक के प्रेम विवाह से नाराज थे, लेकिन उसे क्या पता था कि दूसरी जाति में विवाह करना उन्हें और उनकी बच्ची को इतना महंगा पड़ जाएगा।

दादा-दादी और चाचा पर हत्या का मुकदमा दर्ज
राजेंद्र सिंह की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने दादा-दादी और चाचा के खिलाफ हत्या सहित अन्य कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
मां ने की न्याय दिलाने की मांग
बेटी की मौत के बाद पीड़ित मां ने पुलिस ने न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी जाति के कारण उसके सास-ससुर उसे पसंद नहीं करते थे। अब उसकी बेटी को मौत के घाट उतार दिया। पूरा परिवार उनके प्रेम विवाह से नाराज था। जानकारी अनुसार दिल्ली निवासी महिला ने एक वर्ष पहले राजेंद्र सिंह से प्रेम विवाह किया था।
महिला का कहना है कि उसका पहला पति शराब पीने का आदि था। इससे पहले पति के साथ उसके दो बच्चे भी हैं। इससे पहले एक वर्ष तक राजेंद्र सिंह मेहनत मजदूरी करके कालूपुर की धर्मशाला में उनका पालन पोषण कर रहा था।