हरियाणा की पूर्व कैबिनेट मंत्री Kavita Jain की टिकट कटने के बाद भाजपा में बगावत के सुर उभरने लगे हैं। सोनीपत की पुरखास रोड स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित सभा में कविता जैन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंच पर भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि उन्होंने 50 साल से पार्टी के साथ समर्पण भाव से काम किया है और अब पार्टी की ओर से किए गए इस फैसले से निराश हैं।
कविता जैन ने कहा कि सोनीपत की सीट पर टिकट बदले जाने की मांग उठाई जा रही है। उन्होंने मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि टिकट मिलने वाले निखिल मदान का पार्टी में कोई खास योगदान नहीं रहा है। पार्टी की जीत के बाद उन्होंने भाजपा जॉइन की थी, और पार्टी को ऐसी नियुक्ति की क्या जरूरत थी, यह समझ नहीं आता।
जनता और कार्यकर्ताओं में नाराजगी
कविता जैन ने कहा कि सोनीपत की जनता पार्टी के इस फैसले का हिसाब लेगी। भाजपा प्रत्याशी निखिल मदान से भी जनता जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जो भी फैसला लेंगे, वह और उनके पति राजीव जैन भी उसी का समर्थन करेंगे।
भविष्य के फैसले पर विचार
कविता जैन ने बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें बुलाया है और 8 तारीख तक इंतजार करने के बाद कार्यकर्ताओं के आधार पर ही कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह टिकट का विरोध नहीं है, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। अगर टिकट पार्टी के किसी कार्यकर्ता को दी जाती, तो यह विरोध नहीं होता।
कविता जैन ने जताई नाराजगी
कविता जैन ने कहा कि पार्टी ने उन्हें और उनके कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया है, जिससे कार्यकर्ताओं का भविष्य भी खतरे में है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्णय को सोच-समझकर लिया जाएगा ताकि कार्यकर्ताओं के हित सुरक्षित रहें।