Sonipat में नगर निगम उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने दो बार विधायक रह चुके देवराज दीवान के बेटे कमल दीवान को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। कमल दीवान के परिवार का कांग्रेस से पुराना संबंध रहा है, और इस बार भी उनका साथ कांग्रेस पार्टी को मिला है।
निगम में भ्रष्टाचार की बात मानते हुए किया वादा
कमल दीवान ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार चल रहा है, और इसे कोई नहीं छिपा सकता। उन्होंने वादा किया कि यदि जनता उनका समर्थन करेगी, तो वह सोनीपत की सेवा सच्चे मन से करेंगे। उनका पहला कदम नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा। इसके अलावा, उन्होंने सफाई कर्मचारियों की रुकी हुई सैलरी जारी करने, मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने, और सड़क-पानी की व्यवस्था में सुधार करने का वादा किया।
भाजपा सरकार पर हमला
कमल दीवान ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह विकास का दावा करती है, लेकिन जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि सोनीपत में भाजपा का विकास मॉडल सड़कों और स्ट्रीट लाइटों तक ही सीमित है, जबकि कांग्रेस का मॉडल कहीं बेहतर है और इसे जनता की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा।
36 बिरादरी को साथ लेकर चलने की रणनीति
कमल दीवान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा 36 बिरादरी को साथ लेकर चलने वाली पार्टी रही है, और उनके स्वर्गीय पिताजी देवराज दीवान भी इसी विचारधारा के साथ काम करते थे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह सबको साथ लेकर काम करेंगे और कांग्रेस परिवार पूरी एकजुटता के साथ चुनाव प्रचार में हिस्सा लेगा।
नामांकन और सीनियर नेताओं का समर्थन
कमल दीवान ने बताया कि उनका नामांकन 17 तारीख को होगा, और सीनियर लीडरशिप इस संबंध में फैसला करेगी कि कौन नामांकन में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि उनके लिए जनता सबसे बड़ी लीडर है, और यदि जनता का साथ है, तो सीनियर लीडरशिप का समर्थन कोई मायने नहीं रखता।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की हार पर प्रतिक्रिया
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कमल दीवान ने कहा कि भले ही सरकार नहीं बन पाई, लेकिन कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सोनीपत की जनता उन्हें मेयर उपचुनाव में विजय दिलाएगी, ठीक वैसे ही जैसे हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कुछ न कुछ सफलता मिली थी।