गाँव लाठ की बेटी काजल ने U17 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 69 किग्रा भार वर्ग में युक्रेन की ओलेकसांद्रा रिबाक को 9-2 से करारी शिकस्त देकर गोल्ड मैडल हासिल किया था। भारत पहुंचने के बाद बेटी काजल का आज जोरदार स्वागत हुआ है। सोनीपत से काजल को खुली जीप में बिठाकर गाँव लाठ तक ढ़ोल नगाड़ो के साथ जोरदार स्वागत के साथ लाया गया है।
गांव में भी उनका जोरदार स्वागत और सम्मान किया गया है। काजल के वर्ल्ड चैंपियनशिप बनने के बाद परिवार में खुशी की लहर है और मिठाइयां बांटी जा रही है। काजल और परिवार का सपना ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का है। वहीं गोहाना के विधायक के जगबीर मलिक ने मौके पर पहुंचकर काजल को आशीर्वाद दिया और उज्जवल भविष्य की कामना की है। 16 साल की उम्र में 16 बार भारत केसरी का खिताब अपने नाम कर चुकी गांव लाठ की बेटी का जोरदार स्वागत किया गया।
मेडल परिवार को किया समर्पित
बेटी काजल की कामयाबी में पूरा गाँव जश्न में डूबा हुआ है। बता दें कि काजल ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपनी कुश्ती का जौहर दिखाते हुए भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाला है। अंडर 17 में सब जूनियर प्रतियोगिता में खेलते हुए वर्ल्ड चैंपियन बन गई है। पिछली बार बेटी काजल वर्ल्ड चैंपियनशिप से चूक गई थी और इसका मलाल भी था, लेकिन इस बार काजल ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में युक्रेन की ओलेकसांद्रा रिबाक को 9-2 से करारी शिकस्त देकर गोल्ड मैडल हासिल किया है। पहलवान काजल का कहना है कि गांव में उसका जोरदार स्वागत हुआ है और उसे बहुत अच्छा लग रहा है।
2028 के ओलंपिक को लेकर टारगेट
वहीं उन्होंने अपने मेडल और जीत को अपने चाचा और परिवार को समर्पित किया है। साथ ही काजल का कहना है कि 2028 के ओलंपिक को लेकर टारगेट है और उसी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। वहीं काजल के चाचा कृष्ण पहलवान का कहना है कि पूरे गांव ने बेटी का बहुत शानदार स्वागत किया है और बेटी का 2028 के ओलंपिक के पदक को लेकर लक्ष्य है और काफी खुशियां मनाई जा रही है, बेटी ने काफी मेहनत की है। परिवार भी गोल्ड मेडल का सपना लेकर बैठा हुआ है। उसी को लेकर लगातार काजल की तैयारी चल रही है।