Sonipat में ड्रेन नंबर 6 का अधूरे निर्माण कार्य ने स्थानीय लोगों के जीवन को नरक बना दिया है। सैकड़ो घरों के सामने पानी निकासी को लेकर कई फुट गहरे नाले खोद दिए गए है। गहरे नाले में बच्चे और बुजुर्ग कई बार गिर चुके हैं। गंदगी का आलम इस कदर है कि डेंगू और मलेरिया के फैलने का खतरा मंडरा रहा है हालांकि प्रत्येक घर में काफी लोग बीमार पड़े हुए हैं।
स्थानीय लोगों का यह कहना है कि उनके सामने मरने जैसी हालत है लेकिन ऐसे बुरे हालात में अपने घर को भी नहीं छोड़ सकते। काफी लोगों का रोजगार प्रभावित हो गया है। हालत यह है कि प्री मानसून का पानी निकासी नहीं हो पाया है, ड्रेन नंबर 6 को पक्का करने के लिए प्रशासन ने दावा किया था कि समय अवधि में पूरा हो जाएगा लेकिन मानसून के आने से पहले ड्रेन 6 को पक्का नहीं किया जा सका है।
यहां तक की मूलभूत सुविधाओं के लिए लोग तरस रहे हैं और प्रशासन ही नहीं बल्कि स्थानीय पार्टियों के नेता भी उनकी सुनने वाले नहीं हैं। जिंदगी और मौत के बीच लड़ कर लोग अपने दैनिक जीवन के कार्य पूरा करते हैं। बच्चे और बुजुर्गों के लिए सबसे ज्यादा दिक्कत है क्योंकि कई बार नाले में गिरकर उन्हे चोट लग चुकी हैं। ड्रेन निर्माण कार्य को लेकर किसी भी प्रकार के सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं, सुनिए लोगों को क्या कुछ दर्द है।