Sonipat के GVM गर्ल्स कॉलेज में MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) गवर्नमेंट ऑफ इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल द्रोणाचार्य नामक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को डिजिटल युग के लिए तैयार करना और उन्हें तकनीकी कौशल में निपुण बनाना था। कॉलेज की प्राचार्या मंजुला मैम ने इस पहल की शुरुआत भारत सरकार के सहयोग से की थी।
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को ग्राफिक डिजाइनिंग, वीडियो एडिटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। सहायक निदेशक सतपाल सर ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की और छात्राओं को सरकार द्वारा प्रमाणित प्रमाणपत्र प्रदान किए। उन्होंने छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त बनाने और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
IIT दिल्ली के पूर्व छात्र और MSME ट्रेनर आकाश शर्मा ने छात्राओं को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया। उनके मार्गदर्शन में छात्राओं ने विभिन्न तकनीकी विषयों में महारत हासिल की। इसके अलावा, गूगल सर्टिफाइड और स्किल इंडिया ट्रेनर्स जैसे गौरी कपूर, नैंसी दिलावर, मोहित कौशिक, आशीष नागर, साहिल, वंशिका, और अशमीत ने भी 5 दिन के इस कार्यशाला में अपने अनुभव साझा किए और छात्राओं को ‘लर्न एंड अर्न’ के महत्व से अवगत कराया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं ने न केवल तकनीकी कौशल सीखे, बल्कि उन्हें इंटर्नशिप के अवसर भी मिले, जो उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। जीवीएम गर्ल्स कॉलेज की इस पहल ने छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई दिशा दी है और इसे शिक्षा जगत में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।