प्रकृति प्रेमी के जुनून ने उठाया पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा, 301 दिन से साइकिल चला दे रहा लोगों को संदेश

सोनीपत

जिद्द और जुनून की ऐसी लगन लगी की खेती बाड़ी को छोड़कर साइकिल उठा ली और 18 राज्य के 350 से ज्यादा जिलों में करीबन 301 दिन से साइकिल चला रहे हैं। आज रोबिन सोनीपत पहुंचे और लोगों को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरुक किया। इटावा के रहने वाले रोबिन सिंह प्रकृति को अपना गुरु मानते हैं और प्रकृति की रक्षा के लिए जन जागरण अभियान के तहत लोगों को जागरुक कर रहे हैं।

पर्यावरण के 3 रत्नों के बारे में देते हैं जानकारी

रोबिन अपनी साइकिल यात्रा के दौरान अलग-अलग लोगों और विद्यार्थियों को प्रकृति के 3 रत्नों के बारे में जानकारी देकर ग्रीन इंडिया मूवमेंट के तहत पर्यावरण संरक्षण का जागरुकता अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब कोई भी शख्स जन्म लेता है तो उसे सबसे पहले ऑक्सीजन यानी हवा की जरूरत होती है, फिर उसे पानी और भोजन की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार जब अंतिम समय होता है तो पहले भोजन छूटता है, फिर पानी और हवा छूट जाती है और इस प्रकार दुनिया को अलविदा कह देता है। मनुष्य का जीवन तीनों रत्नों पर आधारित है और आज तीनों ही  दूषित होते जा रहे है और मनुष्य तीनों के प्रति संवेदनहीन होते जा रहे हैं।

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कन्याकुमारी से शुरु की थी यात्रा

इटावा के रहने वाले रोबिन सिंह इन दिनों खेती को छोड़कर पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाकर साईकल यात्रा कर रहे हैं। ग्रीन इंडिया मूवमेंट अभियान के तहत रोबिन सिंह ने अपनी यात्रा 6 अक्टूबर 2022 से कन्याकुमारी से शुरू की थी। पर्यावरण संरक्षण जन जागरण अभियान ग्रीन इंडिया मूवमेंट साइकिल के माध्यम से 18 राज्य 350 से ज्यादा जिले में साईकिल यात्रा के माध्यम से संदेश लेकर पहुंच चुके हैं।

प्रकृति में हो रहे बदलाव से चिंतित होकर 18 राज्यों में फैला चुके अपना अभियान

प्रकृति में पर्यावरण छेड़छाड़ करने से होने वाले बदलाव से चिंतित होकर एक के जन जागरण अभियान चलाने का विचार आया और इस विचार को उन्होंने अपनी साइकिल के माध्यम से 20000 किलोमीटर के लगभग 18 राज्यों में फैला चुके हैं। रोबिन सिंह ने बताया पानी ,हवा और भोजन 3 रत्नों को लेकर लोगों से बातचीत करते हैं। वही रोबिन ने कहा है कि 2024 में भोपाल में जाकर उनका यह जन जागरण अभियान खत्म होगा।

लोगों से की अपील

रोबिन सिंह ने लोगों से अपील भी की है कि प्रकृति के अनुसार अपने आपको ढालना चाहिए। लग्जरी लाइफ से मनुष्य का स्वास्थ्य भी खराब होता जा रहा है। रोबिन सिंह ने कहा कि प्रकृति को अपना गुरु बनाया है। प्रकृति के विपरीत मनुष्य चलता है तो उसके दुष्परिणाम सामने आते हैं।