जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला सोनीपत में मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी में हिसार में 6 अगस्त को होने वाले 21वें स्थापना दिवस को लेकर न्यौता देने पहुंचे। नूह मेवात की हिंसात्मक घटना को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताई और कड़े शब्दों में निंदा की ।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में इलैक्शन है और उसका फायदा लेने के लिए ताकत वहीं से लगी हुई है। मेवात जिला राजस्थान से सटा हुआ क्षेत्र है और ऐसे लोगों पर हरियाणा को लगाम लगाई जानी चाहिए और हरि के प्रदेश को बिगाड़ने का अवसर ऐसे लोगों को नहीं देना चाहिए। जहां कभी भी जाति-पाति धर्म और मजहब पर बांटने वाले लोगों की कभी चली नहीं है। ऐसा हुआ है तो ये गलत दिशा है और गलत संकेत दे रहा है।
भाईचारे को भिड़ाने वाले लोगों की करें पहचान
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि शांति व्यवस्था बनाकर रखें और ऐसे लोगों की पहचान कर जो आपसी भाईचारे को भिड़ाना चाहते हैं, ऐसे लोगों से बचना चाहिए। भाई लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा है कि कोई किसी भी पार्टी से संबंध रखता है ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखनी है और आपसी भाईचारे को कायम रखना है।
हरियाणा प्रदेश में रहना खाना-पीना और कल्चर एक जैसा है और एक साथ रहना है और ऐसे लोगों के बहकावे में आकर आपसी भाईचारे को खराब ना करें। कुछ लोग अपनी राजनीति और अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। ऐसे लोग राजनीतिक प्रोपेगेंडा के साथ आए हैं।
2018 में चुनाव, बार-बार याद दिला रहे वायदा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा 2018 में चुनाव को लेकर वायदा किया गया था और सरकार को बार-बार याद भी दिला रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूरे जोश के साथ हिसार में इनसो का स्थापना दिवस मनाया जाएगा।
वही स्थापना दिवस पर एक बड़ा सामाजिक संकल्प लेकर दुनिया में एक बड़ा संदेश देने का काम किया। हरियाणा में छात्र संगठन के चुनाव को लेकर हरियाणा की लीडरशिप पर एक बहुत बड़ा ताला जड़ा गया है। प्रदेश की सरकार द्वारा चुनाव कराने को लेकर भी वचन दिया गया है और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस वायदे को निभाएंगे।
इससे बड़ा कुठाराघात नहीं हो सकता
हिंसात्मक घटना से अगर कोई राजनीतिक फायदा लेना चाहता है तो इससे बड़ी शर्मिंदगी नहीं हो सकती और इस प्रकार की घटना से परिवार का कोई भी सदस्य चला जाता है तो इससे बड़ा कुठाराघात नहीं हो सकता है।
जिस दिन हरियाणा में चुनाव शुरू हो जाएंगे। उस दिन एमपी एमएलए पैसे के दम पर नहीं बन पाएंगे। वहीं उन्होंने छात्रों में जोश भरते हुए कहा कि एमएलए एमपी इन्हीं लीडरशिप से होकर निकलेंगे।