Sonipat : एक तरफ तो दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में गैर शिक्षक कर्मचारियों व शोधार्थियों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है, साथ ही अब विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने भी कुलपति के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है। शिक्षक यूनियन ने डॉ सुरेंद्र दहिया की अध्यक्षता में कुलपति की तानाशाही नीतियों के विरोध में नारेबाजी की व धरनारत कर्मचारियों और शोधार्थियों की माँगों का समर्थन किया।

इस मौके पर कर्मचारियों के प्रधान आनंद राणा ने बताया कि कुलपति महोदय के अड़ियल रवैये से विश्वविद्यालय का प्रत्येक वर्ग (शिक्षक, गैर शिक्षक व विद्यार्थी) परेशान है। नए कुलपति आए थे तो सोचा था कि विश्वविद्यालय की बागडोर एक अच्छे और सुलझे हुए व्यक्ति के हाथ में गई है, जिससे यूनिवर्सिटी का भला होगा, लेकिन इन्होंने तो आकर विश्वविद्यालय का जैसे बंटाधार ही कर दिया है। कोई भी काम समय पर नहीं होता है, किसी भी फाइल को बिना अटकाए उनके मन को शांति ही नहीं मिलती है, प्रतीत होता है कि इनको फाइलों को अटकाने में खुशी महसूस होती है।

इनकी नीतियों के कारण विश्वविद्यालय के हालत दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। आगे राणा ने कहा कि अब विश्वविद्यालय का कर्मचारी इस तानाशाही को और बर्दाश्त नहीं करेगा। अब शिक्षक वर्ग के साथ मिलकर आंदोलन की आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी व जब तक मांगे पूरी नहीं होती, धरना जारी रहेगा। मौके पर शिक्षक यूनियन के प्रधान डॉ सुरेंद्र दहिया, डॉ अजय डबास, डॉ सुखदीप सांगवान, डॉ दिनेश सिंह, ललित सैनी, दयानंद, हरिराम शर्मा, राजकुमार कक्कड़, विरेश दहिया, मनजीत, कुलदीप, महेंद्र सैनी, रजनीश, गौरव वालिया आदि उपस्थित रहे।