Haryana के Sonipat में जिला उपायुक्त ने प्राइमरी स्कूलों को घनी धुंध और प्रदूषण के कारण बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही गुड़गांव,रोहतक,सोनीपत, झज्जर,पानीपत में प्राइमरी स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे। इन इलाकों में दृश्यता 30 मीटर तक कम हो गई है।
जिला उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने जिला में खराब वायु गुणवत्ता के चलते सोमवार को पांचवी कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टी करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यह आदेश खराब वायु गुणवत्ता के चलते बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेगी। उन्होंने अपने आदेशों में स्पष्ट किया है कि यह आदेश सोमवार 18 नवंबर को एक ही दिन लागू रहेंगे।
Haryana में प्रदूषण और घने कोहरे के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने इस आदेश के तहत 15 नवंबर से प्रदेश के 14 जिलों में क्रशर और माइनिंग गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
वहीं रविवार सुबह भी हरियाणा में धुंध छाई रही। जिस वजह से विजिबिलिटी 30 मीटर रह गई। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, जींद में घनी धुंध का यलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में ही रात का पारा 2.5 डिग्री तक कम हो गया।
हिसार में यह सबसे कम 11.5 डिग्री रहा, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम है। हालांकि, रोहतक में रात का पारा सबसे अधिक 15.7 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार नवंबर में पहली बार है, जब रात का पारा सामान्य की श्रेणी में आया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अमूमन हरियाणा में घनी धुंध की दस्तक दिसंबर के मध्य में होती है। इस बार यह एक माह पहले दस्तक दे चुकी है।
हरियाणा के आठ शहरों में प्रदूषण को लेकर हालात सुधर नहीं रहे हैं। भिवानी में तो हालात बेहद खराब हैं। आज सुबह जारी हुए आंकड़ों के अनुसार यहां का एक्यूआई 579 तक पहुंच गया। इसके अलावा बहादुरगढ़ का 483, हिसार का 407, मुरथल का 349, जींद का 327, कैथल का 296, गुरुग्राम का 241, कुरुक्षेत्र का 230 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं पंचकूला में सूबे का सबसे कम और सबसे अच्छा एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया, यहां का एक्यूआई मात्र 71 दर्ज किया गया।