खाटू श्याम जी के श्रद्धालुओं की भारी संख्या और उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने एक सराहनीय पहल करते हुए रेवाड़ी से रींगस के बीच एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह विशेष ट्रेन सेवा न केवल श्रद्धालुओं के लिए सहूलियत लेकर आएगी, बल्कि श्रावण मेले के दौरान बढ़ने वाली भीड़ को भी कुशलता से नियंत्रित करने में मददगार साबित होगी।
रेवाड़ी से रींगस तक का सफर:
गाड़ी संख्या 09633, रेवाड़ी-रींगस एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन कुल आठ बार चलेगी। यह सेवा 11 जुलाई, 12 जुलाई, 18 जुलाई, 19 जुलाई, 20 जुलाई, 23 जुलाई, 25 जुलाई और 26 जुलाई को संचालित होगी। ट्रेन रेवाड़ी से रात 10:50 बजे प्रस्थान करेगी और रात 1:35 बजे रींगस पहुंचेगी, जिससे श्रद्धालु तड़के ही मंदिर की ओर प्रस्थान कर सकें।
रींगस से रेवाड़ी वापसी की व्यवस्था भी तय:
वहीं गाड़ी संख्या 09634, रींगस-रेवाड़ी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन भी आठ बार चलाई जाएगी। यह 12 जुलाई, 13 जुलाई, 19 जुलाई, 20 जुलाई, 21 जुलाई, 24 जुलाई, 26 जुलाई और 28 जुलाई को दोपहर 2:20 बजे रींगस से रवाना होगी और शाम 5:20 बजे रेवाड़ी पहुंचेगी। इस ट्रेन में डेमू रैक के 16 डिब्बे होंगे और यह अटेली, नारनौल, डाबला, नीम का थाना, कांवट और श्रीमाधोपुर स्टेशनों पर रुकेगी।
हर साल लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब:
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर को देशभर के श्रद्धालुओं का अत्यधिक श्रद्धा स्थल माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल करीब 50 से 60 लाख लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। खासकर सावन और फाल्गुन के महीनों में मंदिर में भारी भीड़ देखी जाती है।
रींगस स्टेशन से मंदिर पहुंचना बेहद आसान:
रींगस रेलवे स्टेशन से खाटू श्याम मंदिर की दूरी लगभग 17 किलोमीटर है। यह दूरी कार से लगभग 30 मिनट में तय की जा सकती है। साथ ही स्टेशन से मंदिर के लिए ऑटो और जिप्सी की भी सुविधा उपलब्ध है, जिनका किराया लगभग 50 रुपये के आसपास होता है। ये वाहन स्टेशन से आसानी से मिल जाते हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता।
उत्तर पश्चिम रेलवे की यह पहल निश्चित रूप से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी और श्रद्धालुओं की यात्रा को अधिक सुलभ और सुरक्षित बनाएगी।