सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में जल्द ही जांच की जाएगी। इस मामले के बारे में जानकारी मिलने पर एक स्पेशल टास्क फोर्स को दस दिनों की समय सीमा दी गई है।
जांच के लिए तैयार की गई टीम तीन छात्राओं की आत्महत्या के मामले पर ध्यान देगी और देखेगी कि क्या कोई पीड़ितों पर दबाव डाला जा रहा है। एसआईटी में एसपी सहित 2 डीएसपी भी शामिल हैं। जांच के लिए इस टीम को 10 दिनों का समय मिला है। मामले की जांच शुरू करने के लिए एएसपी दीप्ति गर्ग ने काम शुरू किया है। जांच में उनकी मदद के लिए तीन उप-निरीक्षक और अन्य कई अधिकारी भी हैं।
पीड़ितों पर कोई दबाव तो नहीं
यह जांच संबंधित दस्तावेजों की समीक्षा के साथ आत्महत्या के मामलों पर ध्यान देगी। इसके अलावा, यह देखेगी कि पीड़ितों पर कोई दबाव तो नहीं है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेगी कि पीड़ितों की सुरक्षा और सलाहकारी सही ढंग से हो।
कई एजेंसियां भी शामिल
इस जांच में पुलिस बाल कल्याण समिति, यौन उत्पीड़न निवारण समिति और शिक्षा विभाग जैसी कई एजेंसियां भी शामिल हैं। डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने परिवारों को सलाह देना भी शुरू किया है।