Kumari Aarti Singh Rao

Haryana को कुष्ठरोग मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में कदम: कुमारी आरती सिंह राव ने शुरू किया जागरूकता अभियान

हरियाणा

Haryana की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने आज कुष्ठ रोग जागरूकता दिवस के अवसर पर राज्य को कुष्ठरोग मुक्त बनाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक जागरूकता अभियान शुरू किया गया है, जो 13 फरवरी तक चलेगा। इस अभियान के दौरान, राज्य में कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्तियों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है।

पंचकूला में कार्यक्रम का आयोजन

कुष्ठ रोग जागरूकता दिवस के मौके पर पंचकूला जिले के गांव खड़ग मगोली में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां तीन कुष्ठ रोगियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुमारी आरती सिंह राव ने लोगों से कुष्ठ रोगियों के साथ भेदभाव न करने की शपथ भी दिलवाई।

कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी

स्वास्थ्य मंत्री ने कुष्ठ रोग के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि यह कोई ईश्वर का श्राप नहीं है और न ही पिछले जन्मों के पापों का फल। उन्होंने बताया कि यह एक साधारण जीवाणु जनित रोग है, जो त्वचा और नसों को प्रभावित करता है। यह सबसे कम संक्रामक रोगों में से एक है और इसका समय पर इलाज संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह दूसरे व्यक्तियों में फैल सकता है और विकलांगता का कारण बन सकता है।

कुष्ठ रोग का निःशुल्क इलाज

कुमारी राव ने कहा कि कुष्ठ रोग का इलाज हरियाणा के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में कुष्ठ रोग से प्रभावित 4277 व्यक्तियों ने अपना इलाज पूरा कर लिया है और वे अब सामान्य जीवन जी रहे हैं।

घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा रहा है

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग के कर्मचारी संदिग्ध कुष्ठ रोगियों का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करते हैं। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग के लक्षण दिखने वाले व्यक्तियों को तुरंत स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवानी चाहिए ताकि बीमारी को रोका जा सके।

कुष्ठ रोगियों को अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं

हरियाणा स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि राज्य में वर्तमान में 382 कुष्ठ रोगियों का इलाज चल रहा है और उनकी सहायता के लिए “माइक्रो सेलुलर रबर फुटवियर”, सायक दवाएं, कमठी और बैसाखी, सेल्फ केयर किट आदि भी नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाते हैं।

इसके अलावा, राज्य में 19 कुष्ठ कॉलोनियां हैं, जहां 567 कुष्ठ रोगी और उनके परिवार रहते हैं। इनमें से कुछ कॉलोनियां सरकार द्वारा सहायता प्राप्त हैं, जबकि अन्य स्वंय कुष्ठ रोगियों द्वारा बसाई गई हैं।

सिर्फ हरियाणा ही नहीं, पूरे भारत में कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए कदम उठाए जा रहे हैं

कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि जैसे राज्य सरकार ने पहले चेचक और पोलियो जैसी बीमारियों को खत्म किया, वैसे ही कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए हरियाणा सरकार कड़ी मेहनत कर रही है और आने वाले वर्षों में राज्य को कुष्ठ रोग मुक्त बनाएगी।

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