हरियाणा में कन्या भ्रूण हत्या जैसे गंभीर अपराध पर किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक निजी चैनल द्वारा किए गए स्टिंग में सामने आया कि हिसार सिविल अस्पताल के कुछ कर्मचारी कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त हैं। इस खुलासे के बाद हरियाणा सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हिसार के डिप्टी सिविल सर्जन और पीएनडीटी (Pre-Natal Diagnostic Techniques) के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रभु दयाल को निलंबित कर दिया है।
सरकार की सख्ती, स्वास्थ्य विभाग ने उठाया सख्त कदम
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि डॉ. प्रभु दयाल को निलंबन की अवधि में भिवानी में तैनात किया गया है।
स्टिंग में सामने आया गम्भीर आरोप, वीडियो ने खोली पोल
स्टिंग ऑपरेशन में स्पष्ट रूप से दिखाया गया कि सिविल अस्पताल के कुछ कर्मचारी भ्रूण लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त हैं। यह वीडियो सार्वजनिक होते ही प्रशासन हरकत में आ गया और तत्काल उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए। despite प्रशासन की तमाम कोशिशों और सख्ती के, हिसार में कन्या भ्रूण हत्या का यह नेटवर्क अब भी सक्रिय था, जो अब इस खुलासे के बाद सवालों के घेरे में है।







